दुनिया में कई तरह के अजीबोगरीब रीति-रिवाज हैं, जिनके बारे में सुनकर हम हैरान रह जाते हैं। लेकिन कुछ रीति-रिवाज इतने घिनौने होते हैं कि वे मानवता को शर्मसार करते हैं। इन्हीं में से एक है बेटी से शादी करने का रिवाज।
यह सुनने में भले ही अजीब लगे, लेकिन कुछ समाजों में आज भी बेटी से शादी करने की प्रथा प्रचलित है। इस कुप्रथा के पीछे कई कारण हो सकते हैं, जैसे कि सामाजिक दबाव, आर्थिक कारण, या फिर धार्मिक मान्यताएं। लेकिन इनमें से कोई भी कारण इस घिनौने कृत्य को सही नहीं ठहरा सकता।
इस कुप्रथा के पीछे छिपे कारण:
समाजिक दबाव: कई समाजों में बेटियों को परिवार का बोझ माना जाता है। ऐसे में बेटी से शादी करके परिवार अपनी संपत्ति को बचाने की कोशिश करता है।
आर्थिक कारण: कुछ समाजों में दहेज प्रथा इतनी गहरी जड़ें जमा चुकी है कि लोग बेटियों की शादी करने से बचने के लिए ऐसे कदम उठाते हैं।
धार्मिक मान्यताएं: कुछ धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, बेटी से शादी करने से परिवार में समृद्धि आती है।
इस कुप्रथा के दुष्परिणाम:
महिलाओं का शोषण: इस प्रथा से महिलाओं का शारीरिक और मानसिक शोषण होता है।
समाज का पतन: यह प्रथा समाज को नैतिक रूप से कमजोर बनाती है।
मानव अधिकारों का हनन: यह प्रथा महिलाओं के मौलिक अधिकारों का हनन करती है।
कानून और समाज का दायित्व:
सरकार को इस तरह की कुप्रथाओं को खत्म करने के लिए कड़े कानून बनाने चाहिए। साथ ही, समाज को भी जागरूक होने की जरूरत है और इस तरह की प्रथाओं का विरोध करना चाहिए।