सितंबर 2003 में ब्रिटेन में एक 17 साल की लड़की, सफीलिया अहमद, के अचानक गायब होने से एक बड़ा हड़कंप मच गया। ब्रिटिश-पाकिस्तानी मूल की सफीलिया अहमद, जो कानून की पढ़ाई कर रही थी और वकील बनने का सपना देखती थी, अचानक से लापता हो गई। यह घटना तब और भी रहस्यमयी हो गई जब पुलिस और उसके परिवार वालों की महीनों की तलाश के बाद भी सफीलिया अहमद का कोई सुराग नहीं मिला। धीरे-धीरे यह मामला ठंडा पड़ने लगा, लेकिन इसके पीछे की सच्चाई और भी चौंकाने वाली थी।
प्रारंभिक जीवन और पारिवारिक पृष्ठभूमि
सफीलिया अहमद का जन्म 14 जुलाई 1986 को ब्रैडफोर्ड, वेस्ट यॉर्कशायर में हुआ था। उसके पिता, इफ्तिकार अहमद, पाकिस्तान के गुजरात जिले के उत्तम गांव से थे। इफ्तिकार की पहली शादी ब्रिटेन में एक विदेशी मूल की महिला से हुई थी, लेकिन पारिवारिक दबाव में उन्होंने तलाक लेकर पाकिस्तानी महिला फरजाना अहमद से शादी की। इफ्तिकार अपनी नई पत्नी फरजाना को ब्रिटेन ले आए, और वहां उनका परिवार बस गया।
सफीलिया अहमद की जीवनशैली
सफीलिया अहमद एक सामान्य ब्रिटिश किशोरी की तरह जीवन जी रही थी, लेकिन उसके माता-पिता उससे एक पारंपरिक पाकिस्तानी लड़की की तरह जीवन जीने की अपेक्षा रखते थे। शफल अपने वेस्टर्न लाइफस्टाइल और स्वतंत्र विचारों के चलते घर के माहौल से असंतुष्ट थी। इसके साथ ही, उसने अपने माता-पिता द्वारा उसकी शादी एक पाकिस्तानी लड़के से करने की कोशिशों का भी विरोध किया।
फरवरी 2003 में, अपने परिवार के साथ पाकिस्तान के एक पारिवारिक फंक्शन में जाते वक्त शफल ने गलती से फिनाइल पी लिया, जिससे उसका गला बुरी तरह से जल गया। कुछ लोगों का मानना था कि यह आत्महत्या का प्रयास था क्योंकि शफल पर शादी का दबाव बनाया जा रहा था। इलाज के बाद शफल वापस ब्रिटेन लौटी, जहां उसकी पढ़ाई और नौकरी शुरू हो गई।
सफीलिया अहमद का गायब होना
11 सितंबर 2003 को, सफीलिया अहमद आखिरी बार अपने घर में देखी गई थी। उसके गायब होने के एक हफ्ते बाद, उसके कॉलेज के टीचर ने नोटिस किया कि वह कॉलेज नहीं आ रही है और पुलिस को इसकी सूचना दी। जब पुलिस ने उसके माता-पिता से पूछा, तो उन्होंने बताया कि शफल एक हफ्ते से गायब है, लेकिन उन्होंने इसकी रिपोर्ट दर्ज नहीं करवाई थी। माता-पिता का कहना था कि शफल पहले भी घर छोड़कर भाग चुकी थी, इसलिए उन्होंने इसे गंभीरता से नहीं लिया।
पुलिस की जांच और मीडिया का दबाव
शफल के गायब होने के पीछे की घटनाओं को देखते हुए पुलिस ने जांच शुरू की। हालांकि, सफीलिया अहमद पहले भी कई बार घर से भाग चुकी थी, इसलिए पुलिस को लगा कि इस बार भी शायद वह अपनी मर्जी से ही कहीं चली गई होगी। इसके बावजूद, सफीलिया अहमद की कविताएं और लेख पुलिस के हाथ लगे, जिसमें उसने अपने घर के माहौल से असंतोष व्यक्त किया था। ये कविताएं जब मीडिया में आईं, तो यह मामला और भी गंभीर हो गया, और पुलिस पर शफल को ढूंढने का दबाव बढ़ने लगा।
चौंकाने वाला खुलासा
2010 में एक चोरी के मामले में शफल की छोटी बहन अलीशा अहमद गिरफ्तार हुई। पुलिस ने उससे शफल के बारे में पूछताछ की, और आखिरकार अलीशा ने खुलासा किया कि सफीलिया अहमद की हत्या उसके ही माता-पिता ने की थी। अलीशा के बयान के मुताबिक, शफल का वेस्टर्न लाइफस्टाइल और किसी लड़के से प्यार करना उसके माता-पिता को मंजूर नहीं था। जब सफीलिया अहमद ने उनकी मर्जी के लड़के से शादी करने से इनकार किया, तो उसके पिता ने उसे मार डाला और उसकी लाश को जंगल में फेंक दिया।
सफीलिया अहमद की मौत का मामला ब्रिटेन के सबसे चौंकाने वाले हत्याकांडों में से एक बन गया। पुलिस की लंबी जांच और अलीशा के बयान के बाद, उसके माता-पिता, इफ्तिकार और फरजाना अहमद को उनकी बेटी की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया गया। हालांकि, लंबे समय तक इस मामले में सच्चाई सामने नहीं आ पाई, लेकिन आखिरकार न्याय हुआ, और शफल अहमद की मौत के पीछे का रहस्य सुलझ गया।