भगवान श्रीकृष्ण का जीवन, उनकी लीलाएं और उनके परिवार के बारे में जानने की जिज्ञासा सदियों से लोगों के दिलों में रही है। हालांकि श्रीकृष्ण के पुत्रों का उल्लेख महाभारत और भागवत पुराण में विस्तार से मिलता है, लेकिन उनकी बेटी के बारे में बहुत कम जानकारी है। क्या आप जानते हैं कि श्रीकृष्ण की एक बेटी भी थी, जिसका नाम महाभारत में उल्लेखित है? आइए, इस रहस्य से पर्दा उठाते हैं।
श्रीकृष्ण की बेटी का नाम
महाभारत और पुराणों के अनुसार, श्रीकृष्ण की बेटी का नाम चारुमति था। चारुमति का उल्लेख विशेष रूप से महाभारत के अनुशासन पर्व और हरिवंश पुराण में किया गया है। वह अपनी बुद्धिमत्ता और सादगी के लिए जानी जाती थीं।
चारुमति का विवाह
चारुमति का विवाह एक प्रभावशाली और प्रतिष्ठित यदुवंशी परिवार में हुआ था। ऐसा कहा जाता है कि श्रीकृष्ण ने स्वयं उनकी शादी का आयोजन किया था। उनके विवाह का उद्देश्य यदुवंश को और मजबूत करना और पारिवारिक संबंधों को बनाए रखना था।
चारुमति की भूमिका
हालांकि चारुमति का वर्णन संक्षिप्त है, लेकिन उनका जीवन शांति और सामंजस्य का प्रतीक था। वह अपने परिवार के प्रति समर्पित थीं और सामाजिक व्यवस्था को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती थीं।
क्यों है यह चर्चा में कम?
श्रीकृष्ण के जीवन की गाथाएं मुख्य रूप से उनके पुत्रों, जैसे प्रद्युम्न, साम्ब और अनिरुद्ध, पर केंद्रित हैं। उनकी बेटी का उल्लेख केवल कुछ प्रसंगों में आता है, जिसके कारण उनके जीवन के बारे में ज्यादा चर्चा नहीं होती।
आधुनिक युग में क्या है महत्व?
चारुमति का जीवन यह संदेश देता है कि परिवार और समाज में महिलाओं की भूमिका हमेशा महत्वपूर्ण रही है। यह हमें यह भी याद दिलाता है कि महाभारत और पुराण केवल पुरुषों की वीरता की कहानियां नहीं हैं, बल्कि महिलाओं के योगदान का भी बखान करते हैं।