हाल ही में एक मंदिर को लेकर चर्चा का बाजार गर्म है। इस मंदिर में आने वाली महिलाओं का दावा है कि यहां फर्श पर सोने से उन्हें संतान प्राप्ति का आशीर्वाद मिलता है और वे सपने में जान जाती हैं कि उन्हें लड़का होगा या लड़की।
यह दावा कितना सच है, इस पर कई सवाल उठ रहे हैं। एक ओर जहां कुछ लोग इस दावे को अंधविश्वास मान रहे हैं, वहीं कुछ लोग इसे चमत्कार बता रहे हैं।
क्या कहते हैं लोग?
मंदिर के पुजारी: पुजारी का मानना है कि इस मंदिर में एक विशेष शक्ति है जो महिलाओं को संतान प्राप्ति का आशीर्वाद देती है।
महिलाएं: मंदिर में आने वाली कई महिलाओं ने दावा किया है कि उन्होंने यहां सोने के बाद संतान प्राप्त की है और उन्हें सपने में बच्चे के लिंग के बारे में पता चला है।
विज्ञानी: विज्ञानियों का मानना है कि ऐसा कोई वैज्ञानिक आधार नहीं है जो इस दावे को सही साबित करे। यह पूरी तरह से अंधविश्वास पर आधारित है।
विशेषज्ञों की राय
विशेषज्ञों का कहना है कि बच्चे का लिंग गर्भाधान के समय तय हो जाता है और इसे बदलना संभव नहीं है। ऐसे दावे समाज में लिंग भेदभाव को बढ़ावा देते हैं और महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए भी हानिकारक हो सकते हैं।
क्या है सच्चाई?
यह सवाल का जवाब देना मुश्किल है। हो सकता है कि कुछ महिलाओं को यहां आकर मानसिक शांति मिली हो और इसी वजह से उन्हें संतान प्राप्त हुई हो। लेकिन यह दावा कि यहां सोने से बच्चे का लिंग पता चल जाता है, वैज्ञानिक रूप से सिद्ध नहीं है।