बच्चेदानी में पानी भर जाना यानी हाइड्रोमेट्रोकोलपोस, एक ऐसी स्थिति है जिसमें गर्भाशय में द्रव जमा हो जाता है। यह स्थिति महिलाओं में विभिन्न कारणों से हो सकती है। आइए जानते हैं इस समस्या के लक्षण, कारण और बचाव के उपाय।
बच्चेदानी में पानी भरने के लक्षण
पेट में दर्द
पेट फूलना
पेशाब आने में परेशानी
असामान्य योनि स्राव
पीठ दर्द
मासिक धर्म चक्र में बदलाव
बच्चेदानी में पानी भरने के कारण
जन्मजात विकृति: गर्भाशय में मौजूद कुछ जन्मजात विकृतियां द्रव के जमा होने का कारण बन सकती हैं।
संक्रमण: योनि या गर्भाशय में संक्रमण भी द्रव जमा होने का कारण बन सकता है।
ट्यूमर या पोलिप: गर्भाशय में ट्यूमर या पोलिप होने से भी द्रव का निकास अवरुद्ध हो सकता है।
अन्य कारण: गर्भाशय की शल्यक्रिया, विकिरण चिकित्सा या कुछ दवाएं भी इस समस्या का कारण बन सकती हैं।
बच्चेदानी में पानी भरने के उपचार
बच्चेदानी में पानी भरने का उपचार उसके कारण पर निर्भर करता है। कुछ मामलों में, दवाओं के माध्यम से संक्रमण का इलाज किया जा सकता है। गंभीर मामलों में, सर्जरी की आवश्यकता हो सकती है।
बचाव के उपाय
सफाई: व्यक्तिगत स्वच्छता का ध्यान रखें।
संक्रमण से बचाव: यौन संचारित रोगों से बचाव के लिए सुरक्षित यौन संबंध बनाएं।
नियमित जांच: नियमित रूप से स्त्री रोग विशेषज्ञ से जांच करवाएं।