सुबह के समय जामा मस्जिद क्षेत्र में एक सर्वे करने पहुंची टीम को लेकर बड़ी घटना सामने आई है। जैसे ही टीम वहां पहुंची, स्थानीय मुस्लिम समुदाय के कुछ लोगों ने इसका विरोध करते हुए हिंसक प्रतिक्रिया दी। यह विरोध इतना बढ़ गया कि स्थिति को संभालने के लिए पुलिस को तत्काल वहां पहुंचना पड़ा।
तीन घंटे तक चला संघर्ष
पुलिस के आने के बाद भी माहौल शांत नहीं हुआ। उग्र भीड़ ने करीब तीन घंटे तक पुलिस पर पथराव किया। शुरू में पुलिसकर्मी खुद को सुरक्षित रखने के लिए पीछे हट गए, लेकिन हालात काबू से बाहर होते देख अतिरिक्त फोर्स को बुलाया गया। इसके बाद पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए कार्रवाई शुरू की।
उग्र भीड़ पर पुलिस की कार्रवाई
मौके पर पहुंची पुलिस बल ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज का सहारा लिया। वीडियो फुटेज में देखा जा सकता है कि उग्र भीड़ पुलिस पर पथराव कर रही थी। पुलिसकर्मी स्थिति संभालने के लिए लोगों को खदेड़ते दिख रहे हैं। कुछ लोग मौके से भागते हुए और "अल्लाह-अल्लाह" चिल्लाते हुए भी देखे गए।
हिंसा के दौरान तीन मौतें
इस हिंसा में अब तक तीन मुस्लिम युवकों की जान जाने की पुष्टि हुई है। मरने वालों की पहचान रूमान खान (42), बिलाल (30), और नईम (25) के रूप में की गई है। उनके शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।
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— Incognito (@Incognito_qfs) November 24, 2024
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अधिकारी और पुलिसकर्मी घायल
घटना के दौरान पुलिस अधिकारी सीओ अनुज चौधरी भी घायल हो गए, जिन्हें गोली लगने की सूचना है। इसके अलावा, 24 से अधिक पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं। स्थिति को काबू में लाने के लिए इलाके में अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किया गया है।
इलाके में तनाव का माहौल
घटना के बाद से पूरे क्षेत्र में तनाव का माहौल बना हुआ है। स्थानीय प्रशासन ने सुरक्षा को मजबूत कर दिया है और हिंसा को बढ़ने से रोकने के लिए सख्त कदम उठाए हैं। सोशल मीडिया पर इस घटना के कई वीडियो वायरल हो रहे हैं, जिससे लोगों के बीच बहस छिड़ी हुई है।
प्रशासन की अपील
इस घटना के बाद प्रशासन ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। जांच के लिए विशेष टीम का गठन किया गया है, जो पूरे मामले की विस्तृत जांच करेगी। पुलिस का कहना है कि दोषियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा।
यह घटना एक बार फिर से यह सवाल उठाती है कि समाज में शांति और सामंजस्य बनाए रखने के लिए क्या कदम उठाए जाने चाहिए। मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए प्रशासन ने सख्ती बढ़ा दी है और इलाके में स्थिति सामान्य करने के प्रयास जारी हैं।