वाराणसी के रोहनिया क्षेत्र में एक अप्रत्याशित घटना ने कानून-व्यवस्था की स्थिति को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं। राजातालाब थानाध्यक्ष, जो सादी वर्दी में परिवार के साथ निजी यात्रा पर थे, को एक मामूली सड़क दुर्घटना के बाद उग्र भीड़ ने निशाना बना लिया।
घटना का विवरण
थानाध्यक्ष अपने परिवार के साथ कार में रोहनिया से वाराणसी की ओर आ रहे थे। भीड़भाड़ वाले इलाके में उनकी कार की मामूली टक्कर एक ऑटो से हो गई। इस घटना से स्थानीय लोग नाराज हो गए और उनकी कार को घेर लिया। स्थिति इतनी बिगड़ गई कि भीड़ ने उन्हें कार से बाहर खींच लिया और मारपीट शुरू कर दी।
एसओ की गुहार बेअसर
थानाध्यक्ष बार-बार कहते रहे, "मैं एसओ हूं, मत मारो," लेकिन भीड़ ने उनकी बात सुनने से इनकार कर दिया। सादी वर्दी और आम कपड़ों में होने के कारण भीड़ उन्हें पहचान नहीं पाई और आक्रोश में उनकी पिटाई करती रही।
वाराणसी में राजा तालाब थाना प्रभारी को भीड़ ने पीट दिया @NavbharatTimes pic.twitter.com/VWmXx7H7i6
— NBT Uttar Pradesh (@UPNBT) November 23, 2024
घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रित किया। थानाध्यक्ष और उनके परिवार को सुरक्षित बाहर निकाला गया। पुलिस ने मामले में शामिल लोगों की पहचान शुरू कर दी है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की तैयारी की जा रही है।
यह घटना भीड़ द्वारा त्वरित न्याय की प्रवृत्ति पर गंभीर सवाल उठाती है। पुलिस अधिकारी जैसी जिम्मेदार शख्सियत के साथ इस तरह का व्यवहार न केवल कानून-व्यवस्था के लिए चुनौती है, बल्कि आम जनता की मानसिकता पर भी चिंतन की आवश्यकता को दर्शाता है।
पुलिस ने लोगों से अपील की है कि किसी भी घटना में कानून को अपने हाथ में न लें और ऐसी परिस्थितियों में तत्काल संबंधित अधिकारियों को सूचित करें।