सहारनपुर, उत्तर प्रदेश - सहारनपुर जिले में एक महिला ने अपने पिता और सौतेले भाइयों पर अपने साथ, अपनी बहन और बेटियों के साथ दुष्कर्म का गंभीर आरोप लगाया है। महिला का कहना है कि उसके पिता ने न केवल उसके साथ, बल्कि उसकी बहन और बेटियों के साथ भी कई बार दुष्कर्म किया। इस आरोप के बाद पुलिस ने मामले में एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
पीड़िता ने बताया कि उसके पिता ने उसकी बहन और एक बेटी के गर्भवती होने के बाद उनका गर्भपात करवाया, जिसके बाद उसकी बहन की मौत हो गई और बेटी ने मानसिक प्रताड़ना से तंग आकर आत्महत्या कर ली। महिला का कहना है कि स्थानीय थाना मंडी में एक दरोगा ने उसे चुप रहने का दबाव डाला है। इस मामले में महिला ने हिंदू विश्व अखाड़ा परिषद के पदाधिकारी पंडित निपुण भारद्वाज के साथ एसएसपी कार्यालय पहुंचकर न्याय की गुहार लगाई है।
परिवार में गहरे जख्म की कहानी
पीड़िता ने बताया कि उसके पिता की पहली पत्नी से दो बेटियां थीं। पहली पत्नी को छोड़ने के बाद पिता ने बेटियों पर गलत नजर रखनी शुरू कर दी। महिला का कहना है कि उसके साथ और उसकी बहन के साथ पिता ने शादी से पहले कई बार दुष्कर्म किया था। शादी के बाद भी उसकी बहन के साथ ये सिलसिला जारी रहा, जिसके चलते उसकी बहन की दुखद मृत्यु हो गई।
महिला की शादी 2001 में अलीगढ़ में हुई थी। शादी के कुछ समय बाद उसके पिता ने उसके पति को अपनी फैक्ट्री में काम करने के लिए बुलाया। वहां एक एक्सीडेंट में उसके पति के सिर में चोट आई, जिससे उनकी मानसिक स्थिति बिगड़ गई और पति ने उसे छोड़ दिया। पिता ने दूसरी शादी की, जिससे उसे दो बेटे और एक बेटी हुई। आरोप है कि दूसरी पत्नी से हुई बेटी पर भी पिता की नजरें गलत थीं, जिस कारण उसकी दूसरी पत्नी बेटी को लेकर घर छोड़ गई, लेकिन अपने दोनों बेटे छोड़ गई।
सहारनपुर में एक पिता ने अपनी बड़ी बेटी का रेप किया, फिर छोटी बेटी का रेप किया जिससे वो प्रेग्नेंट हो गई!!
— जनाब खान क्राइम रिपोर्टर (@janabkhan08) November 13, 2024
फिर पिता ने अपनी बेटी की बेटी (नातिन) का रेप किया, नातिन ने आत्हत्या कर ली!! pic.twitter.com/RViNLGdPT1
बेटियों के साथ दुर्व्यवहार और त्रासदी
महिला का कहना है कि उसकी तीन बेटियां थीं, जो धीरे-धीरे जवान हो रही थीं। आरोप है कि जैसे ही बेटियां बड़ी हुईं, उनके सौतेले भाइयों की भी नीयत बदलने लगी। महिला का आरोप है कि पिता और सौतेले भाइयों ने बड़ी बेटी के साथ भी दुष्कर्म किया, जिससे वह गर्भवती हो गई। विवाद बढ़ा तो आरोपियों ने मामला शांत करने के लिए गर्भपात करवा दिया।
2020 में परिवार के भीतर तनाव इतना बढ़ गया कि उसकी तीनों बेटियों ने 11 अगस्त को जहरीला पदार्थ खा लिया, जिसमें से एक बेटी की मौत हो गई और दो बेटियों की जान बच गई। इसके बाद भी स्थिति सुधरने के बजाय और बिगड़ गई। आरोप है कि पिता और भाइयों ने उसकी दूसरी बेटी पर फिर से गलत इरादे से नजरें डालनी शुरू कर दीं, जिसके बाद उसने 24 मई 2024 को फिनाइल पीकर जान देने की कोशिश की। इलाज के बाद उसकी जान बच गई, लेकिन मानसिक और शारीरिक प्रताड़ना जारी रही।
महिला का आरोप: पुलिस पर भी कार्रवाई न करने का दबाव
पीड़िता का कहना है कि जब उसने अपने परिवार के खिलाफ आवाज उठाई तो उसे स्थानीय थाने में एक दरोगा द्वारा चुप रहने का दबाव डाला गया। महिला ने पुलिस पर आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई न करने का भी आरोप लगाया है। मामले में पीड़िता ने हिंदू विश्व अखाड़ा परिषद के पदाधिकारी पंडित निपुण भारद्वाज से संपर्क किया, जिन्होंने पीड़िता के साथ एसएसपी कार्यालय जाकर न्याय की मांग की। भारद्वाज ने कहा कि जिले का पुलिस प्रशासन इस गंभीर मामले में मौन है, और यदि जल्द ही आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होती तो हिंदू संगठन जिले में बड़ा आंदोलन करेंगे।
सहारनपुर के एसएसपी रोहित सजवाण ने कहा कि पीड़िता द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत पर मामला संज्ञान में लिया गया है और एफआईआर दर्ज कर जांच प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। उनका कहना है कि पुलिस जल्द ही उचित कार्रवाई करेगी ताकि पीड़िता को न्याय मिल सके।
इस घटना ने सहारनपुर के लोगों में गहरी नाराजगी और निराशा पैदा कर दी है। परिवार के भीतर से उभरी इस घटना ने कानून व्यवस्था और समाज में महिलाओं की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। हिंदू संगठनों ने पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए प्रशासन पर दबाव बनाया है।