इटावा, उत्तर प्रदेश – एक वायरल वीडियो में दरोगा जगदीश भाटी को बेल्ट से मारते हुए देखा गया, जिसमें वह महज 6 सेकंड में 10 बार बेल्ट का प्रयोग करते हुए नज़र आए। इस घटना ने सोशल मीडिया पर लोगों का ध्यान आकर्षित किया और यूपी पुलिस की छवि पर सवाल खड़े किए। वीडियो वायरल होने के बाद, इटावा के एसएसपी ने इस गंभीर मामले को संज्ञान में लेते हुए दरोगा भाटी को तत्काल प्रभाव से चार्ज से हटा दिया है।
घटना इटावा जिले की है, जहाँ दरोगा भाटी पर आरोप है कि उन्होंने एक व्यक्ति पर जरूरत से ज्यादा बल का प्रयोग किया, जो पुलिस के आचार संहिता का उल्लंघन है। वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि भाटी अपनी बेल्ट से व्यक्ति को लगातार मार रहे हैं, जिससे वह व्यक्ति दर्द और भय में था। यह वीडियो सामने आने के बाद आम जनता के बीच पुलिस की कार्यप्रणाली पर कई सवाल उठे और पुलिस की भूमिका को लेकर विवाद बढ़ गया।
यूपी पुलिस के दरोगा जी बेल्ट ट्रीटमेंट दे रहे हैं !!
— Sachin Gupta (@SachinGuptaUP) November 8, 2024
6 सेकेंड में 10 बार बेल्ट मारने का रिकॉर्ड बनाने वाले वाले दरोगा जी जगदीश भाटी को SSP ने चार्ज से हटा दिया है। मामला जिला इटावा का है। pic.twitter.com/2iI8eVys03
SSP इटावा ने इस घटना की निंदा करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश पुलिस अपने अधिकारियों और कर्मचारियों से अनुशासन की उम्मीद रखती है और किसी भी स्थिति में अनुचित बल प्रयोग की अनुमति नहीं दी जा सकती। एसएसपी के अनुसार, इस मामले में उचित कार्रवाई की जाएगी और आरोपी दरोगा को चार्ज से हटा दिया गया है। SSP ने यह भी कहा कि आगे की जांच में यह तय किया जाएगा कि दरोगा भाटी के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाए या नहीं।
वायरल वीडियो के सामने आने के बाद से ही स्थानीय लोगों में पुलिस के प्रति आक्रोश देखने को मिल रहा है। लोग सोशल मीडिया पर न्याय और पुलिस सुधार की मांग कर रहे हैं। कई सामाजिक कार्यकर्ताओं और स्थानीय नेताओं ने भी घटना की निंदा की है और पीड़ित व्यक्ति के साथ न्याय की मांग की है। उनका कहना है कि पुलिस को कानून और शांति बनाए रखने के लिए तैनात किया जाता है, न कि कानून का उल्लंघन करने के लिए।
यह घटना पुलिस सुधार की दिशा में एक आवश्यक चर्चा को आगे बढ़ाती है और नागरिकों में सुरक्षा और न्याय की भावना बहाल करने की चुनौती पेश करती है। उत्तर प्रदेश पुलिस ने इस घटना के बाद साफ किया है कि किसी भी स्थिति में पुलिस द्वारा अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी और दोषी अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।