नई दिल्ली: कांग्रेस की प्रमुख नेता और गांधी परिवार की प्रमुख सदस्य, प्रियंका गांधी वाड्रा ने आज अपनी संसदीय राजनीति की आधिकारिक शुरुआत करते हुए संसद सदस्य के रूप में शपथ ली। संसद भवन में आयोजित एक भव्य समारोह में उन्होंने संविधान की शपथ ली और अपने नए दायित्वों को निभाने का संकल्प लिया।
प्रियंका गांधी, जिन्हें उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के पुनरुत्थान के लिए जाना जाता है, अब राष्ट्रीय राजनीति में अपनी सक्रिय भूमिका निभाने के लिए तैयार हैं। शपथ ग्रहण के दौरान, कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता, सांसद और पार्टी कार्यकर्ता मौजूद थे, जिन्होंने उन्हें बधाई दी और उनके नेतृत्व में पार्टी के भविष्य को लेकर आशा व्यक्त की।
प्रियंका गांधी ने शपथ ग्रहण के बाद कहा, "यह मेरे लिए गर्व और जिम्मेदारी का पल है। मैं जनता की आवाज़ को संसद तक पहुँचाने और उनके अधिकारों की रक्षा के लिए पूरी ईमानदारी और निष्ठा से काम करूंगी।"
उनकी इस नई भूमिका को लेकर राजनीतिक हलकों में चर्चाएं तेज हैं। राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि प्रियंका गांधी के संसद में सक्रिय होने से कांग्रेस को नई ऊर्जा और दिशा मिलेगी। उनके पास जनता के मुद्दों को उठाने और सरकार को घेरने की काबिलियत है, जिससे विपक्ष और सशक्त हो सकता है।
इस मौके पर राहुल गांधी और सोनिया गांधी भी मौजूद थे। राहुल गांधी ने इस पर टिप्पणी करते हुए कहा, "प्रियंका का संसद में प्रवेश देश और पार्टी दोनों के लिए सकारात्मक बदलाव लाएगा। उनकी आवाज़ महिलाओं और युवाओं के लिए प्रेरणा बनेगी।"
प्रियंका गांधी वाड्रा का यह कदम कांग्रेस के भविष्य को लेकर बड़े संकेत देता है। यह देखना दिलचस्प होगा कि वे संसद में अपनी भूमिका कैसे निभाती हैं और देश की राजनीति में क्या बदलाव लाती हैं।