मुजफ्फरनगर, उत्तर प्रदेश: मुजफ्फरनगर पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए अवैध हथियारों की खरीद-फरोख्त में लिप्त तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में छत्रपति शिवाजी सेना संगठन का राष्ट्रीय अध्यक्ष अर्चित आर्य, विक्रांत पंडित, और सादिक शामिल हैं। पुलिस ने आरोपियों के पास से 5 तमंचे भी बरामद किए हैं।
पुलिस के अनुसार, इस गिरोह में अर्चित आर्य का महत्वपूर्ण भूमिका थी, जो हथियारों की डिमांड करता था, और बाकी दोनों आरोपी विक्रांत और सादिक उसकी डिमांड पर हथियारों की सप्लाई करते थे। पुलिस ने बताया कि अर्चित के निर्देश पर विक्रांत और सादिक अवैध रूप से तमंचों की खरीद-फरोख्त में संलिप्त थे और आपराधिक गतिविधियों के लिए इनका उपयोग होता था।
मुजफ्फरनगर, यूपी पुलिस ने आर्म्स खरीद-फरोख्त में 3 आरोपी पकड़े हैं। इसमें छत्रपति शिवाजी सेना संगठन का राष्ट्रीय अध्यक्ष अर्चित आर्य, विक्रांत पंडित और सादिक हैं। 5 तमंचे मिले हैं। अर्चित डिमांड करता था और दोनों आरोपी उसको सप्लाई देते थे। ऐसा दावा पुलिस का है।@AnujTyagi8171 pic.twitter.com/1vBGNvJ9g5
— Sachin Gupta (@SachinGuptaUP) November 7, 2024
मुजफ्फरनगर पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इस मामले की जांच कई दिनों से चल रही थी और स्थानीय स्रोतों से मिली सूचना के आधार पर पुलिस ने कार्रवाई को अंजाम दिया। पुलिस को यह भी संदेह है कि यह गिरोह लंबे समय से हथियारों की अवैध सप्लाई में शामिल रहा है और राज्य के अन्य हिस्सों में भी इसका नेटवर्क फैला हो सकता है।
अर्चित आर्य की गिरफ्तारी ने इस मामले को और गंभीर बना दिया है, क्योंकि वह एक संगठन का राष्ट्रीय अध्यक्ष है और इसका नाम समाज में सुरक्षा एवं शांति स्थापित करने के उद्देश्य से जोड़ा जाता है। पुलिस का कहना है कि इस मामले की गहराई से जांच की जाएगी और इस गिरोह के अन्य सहयोगियों और संभावित संपर्कों का भी पता लगाया जाएगा।
इस मामले में गिरफ्तार आरोपियों को पुलिस ने न्यायिक हिरासत में भेज दिया है, और उनके खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस का दावा है कि इस कार्रवाई से जिले में अवैध हथियारों के व्यापार पर कुछ हद तक लगाम लगाई जा सकेगी। पुलिस की इस कार्रवाई को स्थानीय प्रशासन ने सराहा है और जिले के निवासियों ने उम्मीद जताई है कि आगे भी ऐसी कार्रवाइयों से अपराध पर नियंत्रण पाया जा सकेगा।