चित्रकूट, उत्तर प्रदेश – 14 वर्षीय एक किशोरी ने अपनी मां पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि उसे नौ महीनों के लिए लुधियाना में गिरवी रख दिया गया था। लड़की का आरोप है कि उसकी मां उसे गिरवी रखकर लुधियाना से अपने गांव भैसौंधा लौट आई और इस दौरान उसके साथ दुर्व्यवहार किया गया।
लड़की ने बताया कि उसे लुधियाना में कैद करके रखा गया था, जहां उसे बाहर निकलने की अनुमति नहीं थी। वह दावा करती है कि उसके साथ मारपीट की गई, दुर्व्यवहार हुआ और मानसिक यातना झेलनी पड़ी। इस दौरान, लड़की के पिता, जो वहां मजदूरी कर रहे थे, को इस घटना के बारे में जानकारी नहीं थी। जब पिता को किसी तरह यह बात पता चली तो वे लुधियाना पहुंचे और अपनी बेटी को छुड़ाकर घर लेकर आए।
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— Abhimanyu Singh Journalist (@Abhimanyu1305) November 9, 2024
👉🏾 14 वर्षीय पुत्री ने लगाया अपनी ही मां पर आरोप, कहा नौ महीने के लिए लुधियाना में गिरवी रखकर नौ माह की कीमत लेकर गांव भाग आई मां।
👉🏾 लड़की ने बताया मुझे कैद किये थे, बाहर नहीं निकलने दे रहे थे, मारते पीटते थे, दुर्व्यवहार करते थे। जब पिता को यह बात पता चली तो… pic.twitter.com/rhgFdSmU6m
लड़की के पिता, ददुलाल, जो भैसौंधा के निवासी हैं, ने अपनी पत्नी पर यह गंभीर आरोप लगाया है कि उसने अपनी ही बेटी को गिरवी रखकर उसका सौदा किया और घर में रखे जेवरात लेकर फरार हो गई। इस आरोप के बाद उन्होंने भरतकूप थाने में अपनी पत्नी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है।
इस पूरे मामले ने लोगों का ध्यान खींचा है और गांव में इस पर बहस का माहौल है। ददुलाल का कहना है कि शिकायत के बावजूद उन्हें कानूनी कार्यवाही से संतुष्टि नहीं मिल रही है। उन्होंने पुलिस से अपनी पत्नी के खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही की मांग की है ताकि उनकी बेटी को न्याय मिल सके।
यह मामला एक ओर जहां परिवारिक मुद्दों को उजागर करता है, वहीं दूसरी ओर समाज में महिलाओं और बच्चों के अधिकारों की सुरक्षा पर भी सवाल उठाता है। यह घटना इस बात का उदाहरण है कि किस तरह कभी-कभी व्यक्तिगत स्वार्थ और आर्थिक तंगी के चलते मासूम बच्चों को बली का बकरा बना दिया जाता है।
इस मामले में ददुलाल ने पुलिस प्रशासन से न्याय की गुहार लगाई है। उनका कहना है कि अगर उनकी बेटी को न्याय नहीं मिला, तो वे न्याय पाने के लिए और उच्च स्तर पर जाकर आवाज उठाएंगे।