बस्ती: जिले के एक स्थानीय पत्रकार को खबर प्रकाशित करना भारी पड़ गया, जब ग्राम विकास अधिकारी रितुराज पांडेय ने कथित तौर पर दुर्व्यवहार किया। यह मामला तब सामने आया जब पत्रकार ने ग्राम पंचायत स्तर पर हो रहे भ्रष्टाचार और अन्य विवादों पर एक रिपोर्ट प्रकाशित की।
खबर के अनुसार, रितुराज पांडेय, जो पहले भी कई विवादों में घिरे रहे हैं, ने इस बार गुटखा खाकर सार्वजनिक रूप से थूकते हुए पत्रकार के खिलाफ अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल किया। यह घटना स्थानीय लोगों के बीच चर्चा का विषय बन गई है।
बस्ती में पत्रकार को खबर प्रकाशन करना पड़ा भारी, ग्राम विकास अधिकारी ने गुटखा खाकर थूका
— जनाब खान क्राइम रिपोर्टर (@janabkhan08) November 22, 2024
अक्सर खबरों को लेकर लगातार विवादों में रहने वाले ग्राम विकास अधिकारी रितुराज पांडेय पर उठता है सवाल
कभी ग्राम पंचायत स्तर पर भ्रष्टाचार तो कभी गोलीकांड को लेकर रहते हैं अक्सर चर्चा में pic.twitter.com/xmKYacpK5G
पिछले विवाद
रितुराज पांडेय का नाम पहले भी कई बार सुर्खियों में आ चुका है। कभी ग्राम पंचायत में भ्रष्टाचार के आरोप तो कभी गोलीकांड जैसे गंभीर मामलों में उनका नाम उछला है। ऐसे में पत्रकार द्वारा उनके कार्यशैली पर सवाल उठाना, इस पूरे विवाद का कारण बना।
पत्रकार का पक्ष
पीड़ित पत्रकार ने बताया कि उन्होंने केवल अपने कर्तव्य का पालन करते हुए सार्वजनिक मुद्दों को उजागर किया था। "अगर सरकारी अधिकारियों का यह रवैया रहेगा, तो जनता के अधिकार और लोकतंत्र खतरे में पड़ सकते हैं," उन्होंने कहा।
घटना के बाद स्थानीय लोगों में रोष व्याप्त है। वे रितुराज पांडेय के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। "एक सरकारी अधिकारी से यह उम्मीद नहीं की जाती कि वह इस तरह से जनता और मीडिया से पेश आए," एक ग्रामीण ने कहा।
मामले पर अभी तक प्रशासन की ओर से कोई ठोस बयान नहीं आया है। हालांकि, सूत्रों का कहना है कि इस घटना की जांच शुरू कर दी गई है।
यह घटना न केवल पत्रकारिता की स्वतंत्रता पर सवाल उठाती है, बल्कि यह भी दिखाती है कि कैसे कुछ अधिकारियों का आचरण सार्वजनिक सेवा की गरिमा को ठेस पहुंचा सकता है।