उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले के पसगवां थाने में तैनात दरोगा राघवेंद्र सिंह का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें उन्होंने जातिगत टिप्पणी और धमकी भरे शब्दों का इस्तेमाल किया है। वीडियो में दरोगा यह कहते नजर आ रहे हैं, "मैं जाति का ठाकुर हूँ, लेकिन बहुत बत्तमीज किस्म का आदमी हूँ। ब्राह्मण के पैर छूना भी जानता हूँ और पैर पकड़ कर पटकना भी जानता हूँ। अगर 10 बजे नहीं आई तो 2 बजे रात को आऊंगा और तुम्हे तुम्हारे बेटे-बेटियों को उठा लाऊंगा।"
इस विवादित बयान के सामने आने के बाद जिले में हड़कंप मच गया है। स्थानीय लोगों और सामाजिक संगठनों ने इस बयान की कड़ी निंदा की है और प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग की है।
पुलिस अधीक्षक का बयान
इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए पुलिस अधीक्षक (एसपी) ने कहा है कि मामले की जांच के आदेश दे दिए गए हैं। उन्होंने आश्वासन दिया कि अगर दरोगा दोषी पाए जाते हैं, तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
मैं जाति का ठाकुर हूँ लेकिन बहुत बत्तमीज किसम का आदमी हूँ। ब्राह्मण के पैर छूना भी जनता हूँ और पैर पकड़ कर पटकना भी जनता हूँ। अगर 10 बजे नहीं आई तो 2 बजे रात को आऊंगा और तुम्हे तुम्हारे बेटे बेटियों को उठा लाऊंगा। ऐसा दरोगा साहब बोल रहे हैं। 🤔🤔pic.twitter.com/rX01coSWK5
— Abhimanyu Singh Journalist (@Abhimanyu1305) November 29, 2024
सामाजिक संगठनों का विरोध
इस बयान को लेकर कई सामाजिक संगठनों ने दरोगा राघवेंद्र सिंह पर कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने इसे न केवल जातिगत भेदभाव फैलाने वाला बल्कि एक सरकारी अधिकारी की मर्यादा के खिलाफ भी बताया है।
विवादों में पहले भी रहे हैं दरोगा
सूत्रों के अनुसार, दरोगा राघवेंद्र सिंह इससे पहले भी अपने विवादित बयानों और रवैये के लिए चर्चा में रह चुके हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि उनका व्यवहार अक्सर आम जनता के प्रति अपमानजनक होता है।
प्रशासन की स्थिति
घटना की गंभीरता को देखते हुए जिला प्रशासन पर दबाव बढ़ गया है। पुलिस विभाग ने यह सुनिश्चित किया है कि जांच निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से की जाएगी।
यह मामला न केवल उत्तर प्रदेश पुलिस की छवि पर सवाल खड़ा करता है, बल्कि कानून-व्यवस्था और प्रशासनिक जवाबदेही की भी परीक्षा है। आगे की कार्रवाई पर सभी की नजरें टिकी हुई हैं।