महाराष्ट्र – उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को जान से मारने की धमकी मिलने के बाद पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया है। महाराष्ट्र पुलिस को एक अज्ञात संदेश मिला है जिसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को 10 दिनों के भीतर अपने पद से इस्तीफा देने की धमकी दी गई है। संदेश में चेतावनी दी गई कि यदि उन्होंने ऐसा नहीं किया, तो उनका अंजाम "बाबा सिद्दकी जैसा" होगा।
यह धमकी भरा संदेश महाराष्ट्र पुलिस के पास भेजा गया है। संदेश में स्पष्ट रूप से योगी आदित्यनाथ जी को जान से मारने की बात कही गई है, जिससे राज्य की सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गई हैं। पुलिस ने संदेश भेजने वाले व्यक्ति की पहचान के लिए व्यापक स्तर पर जांच शुरू कर दी है।
योगी आदित्यनाथ, जो अपनी सख्त प्रशासनिक नीतियों और कानून व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए जाने जाते हैं, पर इस तरह की धमकी ने सुरक्षा से जुड़े गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। राज्य और केंद्र की एजेंसियों ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच तेज कर दी है। उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री की सुरक्षा के स्तर को और मजबूत कर दिया गया है। महाराष्ट्र पुलिस अन्य राज्यों के साथ समन्वय कर रही है ताकि जल्द से जल्द संदिग्ध की पहचान और गिरफ्तारी सुनिश्चित की जा सके।
अब योगी आदित्यनाथ जी को जान से मारने का आया धम्मकी...
— Dev Thakur Nandvansi (@DevThakur00777) November 3, 2024
महाराष्ट्र पुलिस को मेसेज कर के योगी आदित्यनाथ जी को जान से मरने का धम्मकी दिगई है | मेसेज मे लिखा है 10 दिनों के भीतर अपने मुख्यमंत्री पद से इस्तीपा दे दे नहीं तो बाबा सिद्दकी जैसा हश्र होगा. पुलिस मेसेज भेजने वाले का तलाश… pic.twitter.com/HTr9kaQ75m
इस घटना के बाद राजनीतिक जगत में भी प्रतिक्रिया का दौर शुरू हो गया है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेताओं ने इस धमकी की कड़ी निंदा की है और इसके पीछे के अपराधियों को पकड़ने की मांग की है। विपक्षी दलों ने भी एक स्वर में कहा है कि इस तरह की धमकियां लोकतांत्रिक ढांचे पर हमला हैं और इसे गंभीरता से लिया जाना चाहिए।
संदेश में "बाबा सिद्दकी जैसा हश्र" का जिक्र किया गया है, लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि यह धमकी किस संदर्भ में दी गई है। इस बयान ने जांच एजेंसियों की जिज्ञासा को बढ़ा दिया है और वे इस पहलू की भी जांच कर रही हैं कि यह किस ओर इशारा करता है और इसके पीछे का मकसद क्या है।
पुलिस साइबर सेल और अन्य जांच एजेंसियां इस बात का पता लगाने के लिए जुटी हैं कि यह संदेश कहां से और किसके द्वारा भेजा गया। महाराष्ट्र पुलिस ने बताया कि वे तकनीकी और साइबर ट्रेसिंग के माध्यम से संदेश भेजने वाले व्यक्ति तक पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं। इसके साथ ही, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सुरक्षा को और सख्त कर दिया गया है।
यह धमकी सुरक्षा एजेंसियों के लिए एक चुनौतीपूर्ण स्थिति है और ऐसे मामलों में सरकार की तत्परता को परखने का अवसर भी। सुरक्षा एजेंसियों द्वारा जल्द से जल्द कार्रवाई की उम्मीद है ताकि मामले का खुलासा हो सके और अपराधी को कानून के कटघरे में खड़ा किया जा सके।
योगी आदित्यनाथ के समर्थकों और आम जनता के लिए यह घटना चिंता का विषय बन गई है, जिससे राज्य में सुरक्षा परिदृश्य को लेकर व्यापक चर्चा हो रही है।