कोंडागांव, छत्तीसगढ़ – बस्तर संभाग के कोंडागांव जिले में एक 22 वर्षीय आदिवासी युवती के अपहरण और लंबे समय तक उत्पीड़न का मामला सामने आया है। पुलिस रिपोर्ट के अनुसार, फिरोज नामक एक युवक ने इस युवती का अपहरण कर डेढ़ साल तक उसे मुंबई के धारावी क्षेत्र में बंधक बनाकर शारीरिक और मानसिक शोषण किया।
कोंडागांव जिले के माकड़ी थाना क्षेत्र की रहने वाली इस युवती को 2022-23 के दौरान एक अज्ञात नंबर से फोन कॉल आया था। यह कॉल फिरोज का था, जो उसे लगातार अलग-अलग नंबरों से फोन करता रहा। इसी दौरान, युवती की तबीयत खराब हो जाने पर वह इलाज कराने कोंडागांव आई, तभी फिरोज भी वहां पहुंच गया। उसने युवती को धमकाने के लिए कांच की बोतल तोड़कर उसकी गर्दन पर टिका दी और फिर उसे मुंबई लेकर चला गया।
धारावी की एक संकरी बस्ती में फिरोज ने युवती को एक कमरे में बंधक बना दिया, जहां न खिड़की थी और न ही कोई सुरक्षित रास्ता। वह किसी फैक्ट्री में काम करता था और काम पर जाने से पहले युवती के हाथ-पांव बांध देता था। इस दौरान युवती का लगातार यौन शोषण करता रहा और कई बार भूखे-प्यासे भी रखा। विरोध करने पर उसने उसके प्राइवेट पार्ट में केमिकल डालकर जला दिया, जिससे उसे गंभीर शारीरिक और मानसिक चोटें आईं।
एक दिन फिरोज का मोबाइल घर पर ही छूट गया, जिसका फायदा उठाकर युवती ने फैक्ट्री मालिक का नंबर मिलाया और अपनी स्थिति से अवगत कराया। फैक्ट्री मालिक ने तुरंत वहां पहुंचकर युवती को रिहा करवाया और उसे वापस छत्तीसगढ़ भेजा। वहां पहुंचने के बाद उसने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, और तब से पुलिस आरोपित की गिरफ्तारी में जुटी हुई है।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कौशलेंद्र देव पटेल ने इस मामले की पुष्टि की है और बताया कि आरोपी फिरोज की गिरफ्तारी के लिए पुलिस दल रवाना हो चुका है। पुलिस का कहना है कि युवती की सुरक्षा और उपचार के लिए उसे अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है।
फिरोज ने युवती के अपहरण के बाद उसके परिवार को झूठे संदेश भेजे कि वह किसी युवक के साथ अपने मन से चली गई है और एक नया जीवन बसा रही है, जिससे उसका परिवार उसे ढूंढने का प्रयास न करे।
इस हृदयविदारक घटना ने आदिवासी समाज में गहरा आक्रोश उत्पन्न कर दिया है और न्याय की मांग के स्वर बुलंद किए जा रहे हैं। पुलिस की पूरी कोशिश है कि जल्द से जल्द आरोपित को गिरफ्तार कर न्याय प्रक्रिया शुरू की जा सके।