रायबरेली, उत्तर प्रदेश – रायबरेली जिले में एक चौंकाने वाली घटना ने पूरे राज्य में सनसनी फैला दी है। एक फौजी की बेरहमी से पिटाई का मामला सामने आया है जिसमें पुलिसकर्मियों द्वारा की गई हिंसा और उसके बाद की गई कथित धोखाधड़ी ने लोगों का ध्यान खींचा है। सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें साफ तौर पर देखा जा सकता है कि पुलिसकर्मी एक फौजी को खींचते हुए एक कमरे में ले जा रहे हैं, उनके हाथों में बड़ी-बड़ी लाठियां दिखाई दे रही हैं।
यह मामला तब और गंभीर हो गया जब आरोपित पुलिसकर्मियों ने अपने वरिष्ठ अधिकारियों को गलत तरीके से गुमराह करने की कोशिश की। उन्होंने अपनी बनाई हुई वीडियो अधिकारियों को भेजी जिसमें फौजी को दोषी ठहराया गया था। यह कदम उठाकर उन्होंने अपनी ओर से कहानी को तोड़-मरोड़कर पेश किया, जिससे अधिकारियों और जनता के बीच असमंजस की स्थिति पैदा हो गई।
फौजी की बेरहमी से पिटाई करने वाले पुलिसकर्मियों ने जिस तरह से अपने अधिकारियों को गुमराह किया है और अपनी खुद की बनाई हुई वीडियो अधिकारियों को भेजकर फौजी को दोषी बनाया है अब उसके बाद एक सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें खुद पुलिसकर्मी फौजी को खींचकर एक कमरे में ले जा… pic.twitter.com/p27wybgG4P
— शैलेंद्र तिवारी (@TiwariRBL01) November 3, 2024
वायरल वीडियो में स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है कि पुलिसकर्मी किस तरह फौजी को एक कमरे में ले जाते हैं और उनके पास लाठियां भी मौजूद हैं। इस वीडियो ने इस मामले में एक नया मोड़ ला दिया है और पुलिस के दावों पर सवाल खड़े कर दिए हैं। आम जनता के बीच पुलिस की इस कार्रवाई पर गहरा रोष और गुस्सा व्याप्त है।
हालांकि, उच्च अधिकारियों से अब तक इस मामले में कोई ठोस बयान नहीं आया है, लेकिन यह उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। जनता और सामाजिक संगठनों ने इस घटना की निष्पक्ष जांच की मांग की है ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि न्याय हो और दोषियों को सज़ा मिले।
फौजी संगठनों और पूर्व सैनिकों ने इस घटना की कड़ी निंदा की है। उनका कहना है कि सेना के जवान, जो देश की रक्षा के लिए अपनी जान की बाज़ी लगाते हैं, उनके साथ इस प्रकार का व्यवहार अस्वीकार्य है। रायबरेली और आस-पास के क्षेत्रों में विरोध प्रदर्शन की संभावनाएं बढ़ गई हैं, जिसमें आम नागरिक भी शामिल हो सकते हैं।
यह घटना न केवल रायबरेली बल्कि पूरे प्रदेश में पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाने का विषय बन गई है। यह स्पष्ट है कि इस तरह की घटनाओं से पुलिस और जनता के बीच अविश्वास और बढ़ेगा। प्रशासन के लिए यह समय है कि वह मामले की जांच कर न्याय सुनिश्चित करे और दोषियों को उनके कार्यों का उत्तरदायी ठहराए।