बांदा, उत्तर प्रदेश – गरीब महिला के घर पर बुलडोजर चलाने का मामला सामने आया है, जिसमें स्थानीय दबंगों की मिलीभगत की बात कही जा रही है। पीड़ित महिला लल्ली, जो कि लड़ाका पुरवा खाईपार की निवासी हैं और रामस्वरूप की पत्नी हैं, अब बेघर हो चुकी हैं और अपने घर को वापस पाने के लिए प्रशासन के चक्कर काट रही हैं।
घटना का विवरण
इस घटना में मुख्य आरोपी रितेश अग्रवाल, जो कि एक स्थानीय करोड़पति और पीली कोठी निवासी हैं, ने कथित तौर पर अपने प्रभाव का इस्तेमाल करके महिला के घर पर बुलडोजर चलवा दिया। यह पूरा घटनाक्रम नवाब टैंक के सामने के इलाके में हुआ, जहाँ महिला का घर स्थित था।
आरोप: पुलिस और दबंगों की मिलीभगत
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, महिला के घर पर बुलडोजर चलाने में चौकी प्रभारी का सहयोग भी शामिल था। आरोप है कि पुलिस ने दबंगों का साथ दिया और बिना किसी वैधानिक प्रक्रिया के महिला के घर को गिरा दिया गया। पीड़ित परिवार का कहना है कि चौकी प्रभारी की मिलीभगत से ही यह पूरी घटना अंजाम दी गई।
#बाँदा
— Abhimanyu Singh Journalist (@Abhimanyu1305) November 6, 2024
दबंगो ने गरीब महिला के घर पर चलवाया बुलडोजर।
👉🏾 नवाब टैंक के सामने लड़ाका पुरवा खाईपार निवासी लल्ली पत्नी रामस्वरूप के घर में दबंग करोड़पति रितेश अग्रवाल निवासी पीली कोठी नेचलवा दिया बुलडोजर।
👉🏾 अब बेघर हुई महिला शासन प्रशासन के चक्कर काट रही है। लेकिन कोई सुनवाई नहीं… pic.twitter.com/eOkmcnslNj
मलबा हटाकर मिटाए गए सबूत
इस घटना के बाद महिला के घर का मलबा भी वहां से हटाया जा रहा है ताकि यह आभास हो कि उस स्थान पर कभी कोई घर था ही नहीं। महिला और उसके परिवार ने आरोप लगाया कि दबंगों ने मलबा हटवाकर सारे सबूत मिटाने की कोशिश की है।
प्रशासन से गुहार, लेकिन नहीं हो रही सुनवाई
बेघर हुई लल्ली ने न्याय के लिए स्थानीय प्रशासन और अधिकारियों से कई बार शिकायत की, लेकिन अभी तक उनकी कोई सुनवाई नहीं हो सकी है। वह लगातार प्रशासन के दफ्तरों के चक्कर लगा रही हैं, परंतु अब तक उन्हें कोई मदद नहीं मिल पाई है।
स्थानीय निवासियों में आक्रोश
इस घटना से स्थानीय लोगों में आक्रोश और भय का माहौल है। गरीबों के साथ हो रहे इस प्रकार के अन्याय को लेकर लोगों ने प्रशासन से कड़ी कार्रवाई की मांग की है। स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रशासन को चाहिए कि गरीब महिला के घर को दोबारा स्थापित किया जाए और आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो।
यह मामला एक गरीब परिवार के अधिकारों के हनन का है, जिसमें प्रभावशाली लोगों और स्थानीय प्रशासन के कुछ कर्मियों की मिलीभगत का आरोप लगाया जा रहा है। अब देखना होगा कि प्रशासन इस मामले में किस तरह की कार्रवाई करता है और पीड़ित महिला को न्याय दिलाने के लिए क्या कदम उठाए जाते हैं।