तेहरान: हाल ही में क्रांति कुमार ने X (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट में लिखा, "अब हम इस आइकोनिक ईरानी महिला का नाम जानते हैं : अहू दरयाई, जिसका अर्थ है समुद्र का हिरण।" यह नाम उस महिला का है, जिसकी एक साहसी तस्वीर ने पूरे ईरान में विरोध और प्रतिरोध का नया अध्याय रचा है।
इस तस्वीर में अहू दरयाई को अपने ब्रा और अंडरवियर में शासन के खिलाफ खड़े होकर, सत्ता की नींव तक हिला देने वाले साहसिक कदम के रूप में देखा गया। यह न केवल एक व्यक्तिगत प्रतिवाद था, बल्कि ईरानी महिलाओं की वर्षों से चल रही दमन और कठोर सामाजिक नियमों के प्रति गहरी नाराजगी का प्रतीक भी बन गया।
इस बहादुर महिला का वीडियो यहा देख सकते है अब इरान का इतिहास एक नई करवट लेगा...!! pic.twitter.com/Rp5oECQKul
— Prem lilawat (Meghwal) (@Plilawat) November 4, 2024
ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्लाह अली खुमैनी, कट्टर मुल्लाओं की गार्डियन काउंसिल और रेवोल्यूशनरी गॉर्ड जैसे प्रभावशाली निकाय, जो कठोर इस्लामिक विचारधारा के समर्थक हैं, इस एक तस्वीर से थर्रा उठे। यह चित्र शासन और धर्म के कठोर नियमों के खिलाफ एक प्रतीकात्मक चुनौती बन गया है।
इस घटना ने व्यापक रूप से चर्चा छेड़ दी है कि कैसे महिलाएं, जो अब तक दमन के भय में जी रही थीं, खुलकर अपनी असहमति और असंतोष व्यक्त कर रही हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि यह तस्वीर, जो अब ईरानी इतिहास का एक हिस्सा बन चुकी है, शासन के प्रति गहरे असंतोष और दमन के खिलाफ आवाज़ उठाने के नए युग की शुरुआत को दर्शाती है।
अहू दरयाई की यह तस्वीर न केवल एक महिला की बहादुरी की कहानी है, बल्कि यह एक आंदोलन की चिंगारी है, जिसने एक ऐसे समाज में महिलाओं की आज़ादी की इच्छा को प्रदर्शित किया है, जहां मौलिक अधिकारों पर पाबंदियां हैं।
महिलाओं की इस साहसी अभिव्यक्ति से यह स्पष्ट होता है कि अब समय आ गया है जब ईरान की महिलाएं अपनी पहचान और अधिकारों के लिए खुलकर लड़ने को तैयार हैं, चाहे उन्हें कितने भी खतरों का सामना क्यों न करना पड़े।