कब्रिस्तान से जुड़े अजीब और भयावह किस्से अक्सर सुर्खियों में आते हैं, लेकिन यह मामला एक नई हद तक डरावना है। घटना की जानकारी के अनुसार, एक व्यक्ति कब्रिस्तान में काम करते हुए अनेक महिलाओं के शवों के साथ गलत कार्य कर चुका था। घटना के विवरण के अनुसार, पाकिस्तान के सरगोधा क्षेत्र का रहने वाला रियाज नामक युवक काम की तलाश में कराची गया, जहाँ उसकी मुलाकात बजीरा नाम के व्यक्ति से हुई जो कब्रिस्तान में कार्यरत था।
बजीरा, जो स्वयं कब्र की खुदाई और कब्रिस्तान की देखभाल का कार्य करता था, ने रियाज को कब्रिस्तान में असंवेदनशील कार्यों के लिए उकसाया। रियाज ने बाद में पुलिस के सामने अपने इन अपराधों का स्वीकार किया, जिससे समाज में हड़कंप मच गया। रियाज का यह भी दावा था कि बजीरा की मृत्यु के बाद भी वह इस घृणित कार्य को अंजाम देता रहा। अक्टूबर की इस घटना में जब रियाज ने एक कब्र में घुसकर एक शव के साथ ऐसा करने की कोशिश की, तो उसे अद्भुत और भयावह चीजों का सामना करना पड़ा।
रियाज ने पुलिस को बताया कि एक शव के साथ कार्य करते समय, उसे मृत महिला के दांतों और आँखों से अजीब सी चमक दिखाई देने लगी, जिससे वह इतना डर गया कि बदहवास हालत में वहां से भाग निकला। उसकी चीख-पुकार सुनकर आसपास के लोग वहां पहुंचे और उसे पकड़ा। भीड़ में गुस्से के कारण उसे जान से मारने की नौबत तक आ गई थी, लेकिन पुलिस समय रहते मौके पर पहुंची और उसे भीड़ से बचाकर हिरासत में ले लिया।
पुलिस की गहन जांच में रियाज ने बताया कि इस जघन्य कृत्य को अंजाम देने के लिए उन्हें कब्रों पर लगाए गए एक खास कपड़े से संकेत मिलते थे कि वह कब्र किसी महिला की है। रियाज के खुलासे के बाद समाज में गहरी चिंता और गुस्से की लहर दौड़ गई। रियाज के कबूलनामे से यह भी पता चला कि उसने लगभग 48 महिलाओं के शवों के साथ ये घृणित कार्य किया था।
इस घटना के बावजूद, कई सालों से इस मामले में कोई स्पष्ट न्यायिक परिणाम सामने नहीं आया है, जिससे पीड़ित परिवारों और समाज में नाराजगी और गहरा दर्द है। दस वर्षों के बाद भी इस मामले पर कोई निर्णायक कार्रवाई नहीं हो सकी है।