प्रतापगढ़: प्रतापगढ़ जिले के संग्रामपुर थाना क्षेत्र के ग्राम कोटा भवानीगंज में एक नाबालिग छात्रा, मोहनी सरोज, पर एक व्यक्ति द्वारा किए गए हमले ने क्षेत्र में एक बार फिर से दलित बेटियों की सुरक्षा के सवाल को खड़ा कर दिया है।
मिली जानकारी के अनुसार, आरोपी का नाम अखिलेश शुक्ला है, जो एकतरफा प्यार के चक्कर में छात्रा का पीछा कर रहा था। छात्रा के विरोध करने पर आरोपी ने उसे बुरी तरह से लात-घूसों से मारा और उसकी जान से मारने की धमकी दी। इस हिंसक वारदात के बाद छात्रा को गंभीर स्थिति में उसके परिवार ने अस्पताल में भर्ती कराया, जहाँ उसकी हालत गंभीर बताई जा रही है।
दलित बेटियों पर हो रहे अपराधों पर कब लगाम लगेगी..?#प्रतापगढ़
— Amita Ambedkar (@amita_ambedkar) October 12, 2024
नाबालिग छात्रा मोहनी सरोज की हालात देखिये, छात्रा को बुरी तरह लात घूसों से मारा।
मिली जानकारी के अनुसार अखिलेश शुक्ला नाम का व्यक्ति एक तरफा प्यार के चक्कर में छात्रा से छेड़छाड़ कर रहा था, छात्रा के विरोध करने पर… pic.twitter.com/xacxOdAd2p
इस घटना ने दलित समुदाय में भय और असुरक्षा की भावना को और बढ़ा दिया है। मोहनी के परिजनों का कहना है कि उन्होंने बार-बार पुलिस से मदद मांगी, लेकिन उचित कार्रवाई नहीं की गई। इस प्रकार की घटनाएं न केवल दलित बेटियों की सुरक्षा को चुनौती देती हैं, बल्कि समाज में गहरी असमानता और असुरक्षा का भी संकेत देती हैं।
स्थानीय नागरिकों और सामाजिक संगठनों ने इस घटना की कड़ी निंदा की है और प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा कि यदि समय पर कार्रवाई नहीं की गई, तो यह अपराधियों के हौसले को और बढ़ाएगा।
सामाजिक कार्यकर्ताओं ने मांग की है कि सरकार और प्रशासन को ऐसी घटनाओं पर रोक लगाने के लिए ठोस कदम उठाने चाहिए। उन्होंने कहा कि दलित बेटियों की सुरक्षा केवल एक कानूनी मुद्दा नहीं, बल्कि सामाजिक जिम्मेदारी भी है।
इस घटना से स्पष्ट है कि समाज में बदलाव लाने के लिए हमें एकजुट होकर काम करने की आवश्यकता है, ताकि ऐसी घटनाओं का दोहराव न हो और दलित बेटियों को एक सुरक्षित और सम्मानजनक जीवन जीने का अधिकार मिल सके।