बीकानेर, राजस्थान: लॉरेंस बिश्नोई ने सलमान खान से माफी मांगने के लिए एक विशेष स्थल का चयन किया है—राजस्थान के बीकानेर में स्थित मुकाम धाम। मुकाम धाम, विश्नोई समाज का सबसे बड़ा और पवित्र स्थल है, जहां उनके प्रवर्तक गुरु श्री जम्भेश्वर महाराज का समाधिस्थल स्थित है। विश्नोई समाज इस स्थान को अपनी आस्था और सांस्कृतिक धरोहर का केंद्र मानता है।
विश्नोई समाज, जो पर्यावरण संरक्षण और वन्यजीवों की सुरक्षा के लिए समर्पित है, ने 1998 के काले हिरण शिकार मामले में सलमान खान की संलिप्तता को लेकर नाराजगी जताई थी। इसी संदर्भ में लॉरेंस बिश्नोई ने अब सलमान खान से मुकाम धाम में आकर माफी मांगने की मांग की है।
हालांकि, सलमान खान के पिता सलीम खान ने इस मांग को स्पष्ट रूप से खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा है कि "सलमान ने कोई गलत काम नहीं किया है, इसलिए माफी मांगने का सवाल ही नहीं उठता।" सलीम खान का यह बयान ऐसे समय पर आया है जब यह मामला एक बार फिर सुर्खियों में है और विश्नोई समाज की भावनाओं को लेकर चर्चाएं चल रही हैं।
मुकाम धाम विश्नोई समाज के लिए न केवल धार्मिक आस्था का केंद्र है, बल्कि यह पर्यावरणीय और सांस्कृतिक मूल्यों का भी प्रतीक है। विश्नोई समाज के संस्थापक गुरु श्री जम्भेश्वर महाराज ने प्रकृति और वन्यजीवों की रक्षा के सिद्धांतों को अपने अनुयायियों को सिखाया, और इस सिद्धांत का पालन आज भी समाज पूरी निष्ठा से करता है।
विश्नोई समाज का यह भी मानना है कि मुकाम धाम में माफी मांगने से सलमान खान का विवाद शांत हो सकता है, लेकिन सलीम खान के बयान के बाद यह मामला और जटिल हो गया है।
1998 के काले हिरण शिकार मामले में सलमान खान को दोषी ठहराया गया था, लेकिन बाद में उन्होंने इस फैसले को चुनौती दी थी। यह मामला सालों से विवादों में रहा है, और विश्नोई समाज इसे अपनी धार्मिक भावनाओं से जोड़कर देखता है।
अब देखना यह होगा कि इस घटनाक्रम के बाद सलमान खान या उनका परिवार कोई और प्रतिक्रिया देता है या नहीं, और क्या यह विवाद मुकाम धाम के संदर्भ में कोई नया मोड़ लेता है।