हरिद्वार: रानीपुर कोतवाली इलाके में प्रशासन द्वारा अवैध निर्माण के खिलाफ एक बड़ा अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के तहत शनिवार को जिला प्रशासन और सिंचाई विभाग की टीम ने संयुक्त रूप से कार्रवाई करते हुए सिंचाई विभाग की जमीन पर बने एक अवैध मजार को ध्वस्त कर दिया। मजार को बिना किसी अनुमति के सिंचाई विभाग की जमीन पर कब्जा करके बनाया गया था।
प्रशासन ने बताया कि यह जमीन मीरपुर गांव में स्थित है और सिंचाई विभाग की संपत्ति है। यहां लगभग 97 हेक्टेयर जमीन में से दो बिघे पर अवैध रूप से मजार का निर्माण कर लिया गया था। सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार, किसी भी धार्मिक स्थल के निर्माण के लिए जिला मजिस्ट्रेट (DM) से अनुमति लेना अनिवार्य है, लेकिन मजार बनाने के लिए कोई अनुमति नहीं ली गई थी।
लोकेशन : मीरपुर गांव,हरिद्वार,उत्तराखंड
— The Muslim (@TheMuslim786) October 19, 2024
मजार को "अवैध" बताते हुए चलाया गया बुलडोजर । pic.twitter.com/mdSzflAHEo
इस कार्रवाई से पहले प्रशासन ने मजार पर कब्जा करने वाले लोगों को नोटिस भी जारी किया था, लेकिन मजार के मालिक द्वारा कोई वैध दस्तावेज प्रस्तुत नहीं किया गया। अधिकारियों के मुताबिक, न केवल मजार, बल्कि उसके आसपास के बड़े भूभाग पर भी अवैध कब्जा किया जा रहा था। प्रशासन ने उस जमीन को भी कब्जामुक्त कराया है।
जिला प्रशासन के अधिकारियों के अनुसार, यह अभियान हरिद्वार में पिछले कुछ दिनों से लगातार चल रहा है। अवैध अतिक्रमण को हटाने के लिए प्रशासन सख्ती से कार्रवाई कर रहा है, और शनिवार को मीरपुर गांव में स्थित इस अवैध मजार को गिराने का काम पूरा किया गया।
इस अभियान के दौरान भारी सुरक्षा बल भी तैनात थे, ताकि किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटा जा सके। पुनर्वास विभाग के निदेशक के अनुरोध पर भी इस जमीन को अतिक्रमण मुक्त कराने की प्रक्रिया शुरू की गई थी, और संबंधित विभागों के सहयोग से यह कार्रवाई सफलतापूर्वक संपन्न हुई।