अमेठी: अमेठी में हुए हत्याकांड ने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया है। इस भीषण घटना में सुनील कुमार, उनकी पत्नी पूनम और उनकी दो मासूम बेटियों दृष्टि (5 वर्ष) और मिकी (2 वर्ष) को बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया गया। हमलावरों ने सुनील के घर में घुसकर गोलियों की बौछार कर दी, जिससे पूरा परिवार खत्म हो गया। इस हत्याकांड के बाद इलाके में गुस्से और भय का माहौल है।
सुनील की बहन ने इस भयावह घटना के बाद पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा, "अगर पुलिस ने पहले ही इस मामले पर ध्यान दिया होता, तो आज मेरे भाई और उसके परिवार की यह दुर्गति नहीं होती। पुलिस की लापरवाही के कारण ही हमें यह दिन देखना पड़ा।" बहन ने न्याय की मांग करते हुए कहा, "खून के बदले खून चाहिए। जब तक हमारे परिवार को इंसाफ नहीं मिलेगा, हम चुप नहीं बैठेंगे।"
अमेठी हत्याकांड : खून के बदले खून चाहिए, बहन बोली पुलिस कि लापरवाही
— Adv Jony Ambedkarwadi 🇮🇳 (@TheJonyVerma) October 5, 2024
सुनील की बहन का बड़ा खुलासा, सुनिए#Amethi pic.twitter.com/oQ5hPVZrE9
सुनील की बहन ने बताया कि उनके परिवार को पहले से धमकियां मिल रही थीं, लेकिन पुलिस ने उन्हें नजरअंदाज किया। "आज ये टोपी लगाए घूम रहे हैं, अगर इन्होंने पहले ध्यान दिया होता तो मेरे भाई के परिवार का यह हाल नहीं होता," उन्होंने गुस्से में कहा। पुलिस की कथित लापरवाही ने इस परिवार को असमय मौत के घाट उतार दिया।
सुनील कुमार, जो पेशे से एक शिक्षक थे, अपने परिवार के साथ किराए के मकान में रहते थे। उनकी जिंदगी सामान्य थी, लेकिन अचानक यह हत्याकांड ने उनकी दुनिया को खत्म कर दिया। हमलावरों ने बिना किसी चेतावनी के उनके घर में घुसकर अंधाधुंध गोलियां चलाईं। इस क्रूरता ने दो मासूम बेटियों और उनके माता-पिता की जान ले ली।
घटना के बाद की तस्वीरें बेहद हृदय विदारक हैं। दो मासूम बच्चों की क्षत-विक्षत देहें देखकर मानवीय संवेदना सिहर उठती है। इस निर्दयी हत्या ने समाज को झकझोर कर रख दिया है और यह सवाल खड़ा कर दिया है कि हम किस दिशा में जा रहे हैं?
अमेठी में इस हत्याकांड के बाद गुस्से और शोक का माहौल है। लोग सुनील और उनके परिवार के लिए न्याय की मांग कर रहे हैं। क्षेत्र के लोगों का कहना है कि इस घटना ने सभी को अंदर से हिला कर रख दिया है। इस बर्बरता ने समाज में गहरे सवाल खड़े किए हैं कि आखिर कब तक निर्दोष लोगों की जानें इसी तरह जाती रहेंगी?