इंदौर में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के जिला अध्यक्ष चिंटू वर्मा ने हाल ही में एक विवादास्पद बयान दिया है। उन्होंने नवरात्रि के दौरान आयोजित गरबा पंडालों में प्रवेश करने से पहले भक्तों से गौमूत्र का आचमन करवाने की अपील की है। वर्मा का मानना है कि जो भी व्यक्ति हिंदू होगा, उसे इस पर कोई आपत्ति नहीं होगी।
सोमवार को मीडिया से बातचीत में वर्मा ने कहा, “हमने आयोजकों से आग्रह किया है कि गरबा पंडालों में प्रवेश से पहले लोगों को गौमूत्र पिलाया जाए। अगर कोई सच्चा हिंदू है, तो उसे इसमें कोई आपत्ति नहीं होगी।”
गरबा में आने से पहले गौमुत्र पीना होगा :- चिंटू वर्मा भाजपा जिला अध्यक्ष 😂😂😂😂😂
— Rationality 😎😎 (@rationalguy777) October 1, 2024
वाह हिन्दुओ क्या पहचान बनाई है अपनी , विश्व गुरु का तो पता नही ,गौमुत्र गुरु जरूर कहलाओगे विश्व मे ।
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जब उनसे इस अपील के पीछे का तर्क पूछा गया, तो वर्मा ने कहा कि अक्सर ऐसे आयोजनों में कुछ लोगों की उपस्थिति से "विशेष चर्चाएं" उत्पन्न होती हैं। उन्होंने आधार कार्ड में बदलाव की संभावना की ओर इशारा करते हुए कहा कि गोमूत्र का आचमन करने के बाद ही सच्चे हिंदू गरबा पंडालों में प्रवेश कर पाएंगे। उन्होंने जोर देकर कहा, "अगर कोई हिंदू है, तो वह गोमूत्र का आचमन करने से इंकार नहीं करेगा।"
भाजपा नेता के इस बयान पर कांग्रेस ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। मध्य प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता नीलाभ शुक्ला ने वर्मा के इस सुझाव को भाजपा की ध्रुवीकरण की एक नई चाल करार दिया। शुक्ला ने आरोप लगाया कि भाजपा नेता गौशालाओं की दुर्दशा पर मौन हैं और केवल राजनीतिक लाभ उठाने के लिए इस मुद्दे का राजनीतिकरण कर रहे हैं।
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा, "गौमूत्र आचमन की मांग उठाना भाजपा की ध्रुवीकरण की राजनीति करने की नई चाल है। अगर भाजपा नेता इस विचार को इतना महत्वपूर्ण मानते हैं, तो उन्हें खुद पंडालों में प्रवेश से पहले गोमूत्र पीना चाहिए और उसका वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट करना चाहिए।"
इस बयान के बाद से इंदौर के राजनीतिक गलियारों में गरमा-गरम बहस छिड़ गई है। जहां कुछ लोग वर्मा के इस विचार को समर्थन दे रहे हैं, वहीं कई अन्य इसे अतिवादी और गैरजरूरी कदम मान रहे हैं।