लखनऊ: उत्तर प्रदेश में विपक्षी दलों और सामाजिक कार्यकर्ताओं के बीच योगी आदित्यनाथ सरकार के खिलाफ असंतोष लगातार बढ़ रहा है। इसी कड़ी में एक प्रमुख बयान सामने आया है, जिसमें प्रियांशु कुमार ने योगी आदित्यनाथ को "उत्तर प्रदेश के इतिहास का सबसे असफल मुख्यमंत्री" करार दिया है।
प्रियांशु कुमार ने एक बयान में कहा, "योगी आदित्यनाथ के शासन में दलित, पिछड़े, अल्पसंख्यक और सभी समाज के वर्ग अत्याचार और उत्पीड़न का सामना कर रहे हैं। हर दिन लोग मारे जा रहे हैं, और पूरे प्रदेश में अराजकता का माहौल बन गया है।"
योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश के इतिहास के सबसे असफल मुख्यमंत्री हैं जिनके राज में दलित पिछड़े अल्पसंख्यकों से लेकर हर समाज पर अत्याचार चरम सीमा पर है। हर दिन लोग मारे जा रहे हैं, पूरे प्रदेश में अराजकता का माहौल है।।
— Priyanshu Kumar (@priyanshu__63) October 14, 2024
योगी आदित्यनाथ जी को इस्तीफा देना चाहिए।#बहराइच #गोपालमिश्रा pic.twitter.com/KnbARb6WGd
कुमार ने आरोप लगाया कि योगी आदित्यनाथ की सरकार में कानून-व्यवस्था की स्थिति बेहद खराब हो चुकी है और राज्य के लोग असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में बढ़ते अपराध और असमानता के कारण जनता में भारी आक्रोश है। उनका कहना था कि योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश में प्रशासनिक विफलताएं साफ तौर पर देखी जा सकती हैं, जिसके चलते राज्य का माहौल लगातार बिगड़ता जा रहा है।
प्रियांशु कुमार ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से तत्काल इस्तीफा देने की मांग की है। उन्होंने कहा, "प्रदेश की मौजूदा स्थिति में सुधार लाने के लिए योगी आदित्यनाथ को अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए ताकि राज्य में नई सरकार आकर बेहतर शासन व्यवस्था स्थापित कर सके।"
हालांकि, योगी आदित्यनाथ और उनके समर्थकों ने अब तक इन आरोपों पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है। मुख्यमंत्री के समर्थकों का कहना है कि राज्य में कानून व्यवस्था को मजबूत करने और विकास कार्यों को बढ़ावा देने के लिए कई ठोस कदम उठाए गए हैं।
योगी आदित्यनाथ के खिलाफ उठ रही यह आवाज विपक्षी दलों के बीच राजनीतिक उथल-पुथल का संकेत हो सकती है, जबकि आगामी चुनावों को देखते हुए यह मामला और भी गर्मा सकता है।