महाराष्ट्र की राजनीति में शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) की प्रवक्ता सुषमा अंधारे के एक बयान ने हलचल मचा दी है। अंधारे ने एक सार्वजनिक भाषण में प्रभु राम के अयोध्या जन्म पर सवाल उठाया और सबूत मांगने की बात कही। उनके इस बयान से कई लोगों की भावनाएँ आहत हुई हैं और सोशल मीडिया पर भी तीखी प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं।
सुषमा अंधारे ने कहा, "राम अयोध्या में पैदा हुए थे, इसका क्या सबूत है? क्या उस समय कारसेवक वहां मौजूद थे?" उनके इस सवाल ने कट्टर हिंदुत्व समर्थकों के बीच नाराज़गी फैला दी है। अंधारे ने स्पष्ट किया कि वह किसी भी देवता के अस्तित्व पर सवाल नहीं उठा रही हैं, लेकिन इन मुद्दों पर खुली बहस होनी चाहिए।
इस बयान से शिवसेना के कई कार्यकर्ताओं में अलग-अलग प्रतिक्रियाएँ हो रही हैं। अंधारे ने आगे कहा, "अगर भगवान हैं, तो वह तलवार से लड़ने के लिए नहीं कहेंगे। महादेव का स्मरण करते हुए लड़ने की आवश्यकता नहीं है।" उन्होंने यह भी कहा कि हिंदुत्व की कट्टर विचारधारा को तर्क की कसौटी पर परखना चाहिए।
शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) के इस बयान पर भाजपा और अन्य हिंदुत्ववादी संगठनों ने कड़ी आलोचना की है। इस बयान के परिणामस्वरूप क्या होगा और अंधारे के इस बयान पर पार्टी की ओर से कोई आधिकारिक स्पष्टीकरण आएगा या नहीं, यह देखना महत्वपूर्ण होगा।
भाजपा के कुछ नेताओं और हिंदुत्ववादी संगठनों ने इस बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। उनके अनुसार, प्रभु राम के जन्म पर सवाल उठाना हिंदू धर्म की भावनाओं का अपमान है। दूसरी ओर, कुछ बुद्धिजीवियों ने इस सवाल का समर्थन करते हुए कहा कि ऐसे मुद्दों पर चर्चा करने की ज़रूरत है।
शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) के इस बयान पर आगे क्या राजनीतिक तूफान उठेगा, यह देखना दिलचस्प होगा।