अमेठी, 24 अक्टूबर: अमेठी जिले में सीओ ऑफिस के सामने एक बुजुर्ग और उसके बेटे की पिटाई का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इस घटना में समाजवादी पार्टी (सपा) नेता शिव प्रताप यादव के बेटे और उनके समर्थकों पर आरोप लगाया जा रहा है कि उन्होंने सरेआम बुजुर्ग और उसके बेटे के साथ मारपीट की। घटना के दौरान पुलिस मौके पर मौजूद थी, लेकिन बावजूद इसके, मारपीट को रोकने में नाकाम रही।
वीडियो में स्पष्ट दिख रहा है कि बुजुर्ग और उसका बेटा सीओ ऑफिस के सामने खड़े थे, तभी शिव प्रताप यादव के बेटे और उनके कुछ समर्थक अचानक उन पर हमला कर देते हैं। पुलिसकर्मी घटना स्थल पर मौजूद थे और मारपीट को रोकने का प्रयास कर रहे थे, लेकिन वीडियो में यह भी देखा जा सकता है कि उनके प्रयास नाकाफी साबित हुए और बुजुर्ग और उसका बेटा बुरी तरह पिटते रहे।
अमेठी का बताया जा रहा वायरल वीडियो !!
— MANOJ SHARMA LUCKNOW UP🇮🇳🇮🇳🇮🇳 (@ManojSh28986262) October 23, 2024
सीओ ऑफिस अमेठी के सामने #सपा नेता शिव प्रताप यादव के बेटे और उनके समर्थकों ने मिलकर बुजुर्ग और उसके बेटे को पीटा !!
छुड़ाती रही पुलिस पिटता रहा बुजुर्ग, वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर हो रहा है वायरल !!
देखिए लाइव मारपीट !!#ViralVideo… pic.twitter.com/6eeMfntGlo
जैसे ही यह वीडियो सोशल मीडिया पर आया, लोगों में आक्रोश फैल गया। घटना के बाद आम जनता और स्थानीय लोग पुलिस की भूमिका पर सवाल उठा रहे हैं कि आखिरकार पुलिस मूकदर्शक क्यों बनी रही और आरोपी समर्थकों को रोकने में विफल क्यों रही। सोशल मीडिया पर कई लोग पुलिस प्रशासन और सरकार की आलोचना कर रहे हैं।
पुलिस अधिकारियों ने इस घटना की पुष्टि करते हुए कहा है कि मामले की जांच की जा रही है। पुलिस का कहना है कि घटना के पीछे के कारणों का पता लगाने के लिए सभी संबंधित पक्षों से पूछताछ की जाएगी और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
इस घटना के बाद अमेठी में राजनीतिक माहौल गर्म हो गया है। विपक्षी दलों ने इस घटना को लेकर सपा और उनके नेताओं की आलोचना की है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस के स्थानीय नेताओं ने इस घटना को कानून व्यवस्था के गिरते हालात का परिणाम बताया है और दोषियों पर तत्काल कार्रवाई की मांग की है।
वायरल वीडियो की जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। प्रशासन पर जनता का दबाव बढ़ रहा है कि वह इस मामले को गंभीरता से लेते हुए दोषियों के खिलाफ सख्त कदम उठाए।
यह घटना अमेठी में सुरक्षा और न्याय व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर रही है, और अब देखना होगा कि पुलिस और प्रशासन इस मामले में क्या कदम उठाते हैं।