महराजगंज, यूपी: उत्तर प्रदेश के महराजगंज जिले से एक विचलित करने वाली घटना सामने आई है, जहां एक अलग-अलग जाति के लड़का और लड़की के प्रेम संबंध के चलते गांव के कुछ स्वर्ण लोगों ने खुद को सरपंच मानकर जबरन उनकी शादी करवा दी। इस घटना ने गांव में तीव्र विवाद पैदा कर दिया है और यह सवाल खड़ा किया है कि क्या यह रिश्ता लंबे समय तक टिक पाएगा?
अभिमन्यु सिंह, एक वरिष्ठ पत्रकार, ने इस मामले को अपने X (पूर्व में ट्विटर) हैंडल पर उजागर किया। उन्होंने लिखा, “यह रिश्ता कब तक टिकेगा? अलग-अलग बिरादरी के दलित लड़का और लड़की एक दूसरे से प्रेम करते थे, लेकिन दोनों की शिक्षा का अभाव समझ आता है। गांव के कुछ लोगों ने खुद को सरपंच मानते हुए दोनों की जबरन शादी करवा दी।”
घटना के बाद, लड़की की मां अत्यधिक क्रोधित दिखाई दीं। उन्होंने अपनी बेटी पर एक बैट से हमला किया और जब आशीर्वाद लेने लड़का उनके पास आया, तो उसे थप्पड़ मार दिया। लड़की का परिवार गरीब बताया जा रहा है, और ऐसा माना जा रहा है कि गांव के कुछ प्रभावशाली लोगों ने कमजोर माता-पिता की इच्छाओं को अनदेखा करते हुए इस विवाह को अंजाम दिया।
गांव के लोग इस जबरन शादी को लेकर दो धड़ों में बंटे नजर आ रहे हैं। कुछ लोग तालियां बजाते दिखे, जबकि अन्य इस पर सवाल उठा रहे हैं। अभिमन्यु सिंह ने यह भी सवाल उठाया, “जो लोग आज तालियां बजा रहे हैं या जबरन शादी करवा रहे हैं, अगर कल को उनकी बेटी किसी से प्रेम कर बैठेगी, तो क्या वे भी इसी तरह उसकी शादी करवा देंगे?”
यह रिश्ता कब तक टिकेगा??
— Abhimanyu Singh Journalist (@Abhimanyu1305) October 19, 2024
👉🏾 अलग-अलग विरादरी के दलित लड़का लड़की एक दूसरे से प्रेम करते थे। लड़की लड़का दोनों में शिक्षा का अभाव समझ आता है। गांव के कुछ लोगों (सवर्णों ने) अपने आपको सरपंच मानकर दोनों की शादी करवा दिए।
👉🏾 लड़की की मां काफी गुस्से में दिख रही हैं, उन्हें यह रिवाज… pic.twitter.com/lB8Grf23Ws
इस घटना ने समाज में जातिगत और सांस्कृतिक मतभेदों को फिर से उजागर किया है। जहां एक ओर लोग पारंपरिक मूल्यों और मान्यताओं के साथ खड़े हैं, वहीं दूसरी ओर, यह घटना प्रेम और स्वतंत्रता के अधिकार पर एक सवालिया निशान खड़ा कर रही है।
इस मामले में अब तक कोई कानूनी कार्रवाई नहीं की गई है, लेकिन गांव में तनाव बना हुआ है। क्या यह रिश्ता समाज के दबाव के बीच टिक पाएगा या फिर यह घटना और बड़े सामाजिक विवाद का कारण बनेगी, यह देखना बाकी है।