25 अक्टूबर को मध्य प्रदेश के शाजापुर जिले के एक राम मंदिर में तीन बुजुर्ग मुस्लिम व्यक्तियों के नमाज पढ़ने के बाद धार्मिक भावनाएं आहत होने का आरोप लगाते हुए एक मामला दर्ज किया गया है। यह घटना उस समय की है जब तीनों बुजुर्ग, जिनकी उम्र 80 से 90 वर्ष बताई जा रही है, कथित तौर पर बैंक के काम के सिलसिले में क्षेत्र में आए थे। बताया गया कि उन्होंने शाम को मंदिर परिसर में प्रवेश किया, मंदिर के बाहर रखे मटके से हाथ-पैर धोए, और फिर मंदिर के अंदर बैठकर नमाज पढ़ने लगे।
मंदिर के पुजारी ने नमाज पढ़ने से मना किया, लेकिन वे नहीं रुके। इस पर पुजारी ने धार्मिक भावनाएं आहत करने का आरोप लगाते हुए पुलिस थाने में केस दर्ज करवा दिया। इस घटना से इलाके में नाराजगी बढ़ गई और कई स्थानीय लोगों ने मंदिर परिसर में नमाज पढ़े जाने को लेकर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
पुलिस द्वारा कार्रवाई और सामाजिक प्रतिक्रियाएं
घटना के बाद शाजापुर पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और प्राथमिकी दर्ज कर ली है। पुलिस ने कहा कि वे इस मामले की गहराई से जांच कर रहे हैं और क्षेत्र में सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखने की कोशिश कर रहे हैं। पुलिस का कहना है कि दोषियों के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
वहीं, घटना को लेकर कुछ लोगों का मानना है कि उम्रदराज बुजुर्गों से यह घटना भूलवश हुई होगी, जबकि कुछ लोगों का कहना है कि यह जानबूझकर किया गया एक कृत्य है। स्थानीय निवासियों ने इस प्रकार की गतिविधियों को धार्मिक स्थलों की मर्यादा के विरुद्ध बताया और भविष्य में ऐसी घटनाओं पर रोक लगाने की मांग की है।