गुरुग्राम: एक चौंकाने वाली घटना में, गुरुग्राम के सेक्टर 39 में एक दलित महिला, जो पूर्व में बंधुआ मजदूर रह चुकी है, को पुलिस द्वारा कथित रूप से बेरहमी से पीटा गया। पीड़ित महिला का नाम फूल बाई है, जो मध्य प्रदेश की दलित समुदाय से है और अपनी जीविका के लिए हरियाणा में एक निर्माण कंपनी के स्टोर में प्रवासी मजदूर के रूप में काम करती थी।
मामले के अनुसार, फूल बाई पर चोरी का आरोप लगाकर उसे कंपनी की ओर से सेक्टर 39 पुलिस चौकी में ले जाया गया, जहाँ मेल और फीमेल पुलिसकर्मियों ने मिलकर उसे डंडों से पीटा। फूल बाई का आरोप है कि पुलिस ने उसे बिना किसी ठोस सबूत के अमानवीय तरीके से मारपीट की, जिससे उसे गंभीर शारीरिक और मानसिक आघात पहुँचा है।
दलित महिला बंधुआ मजदूर को पुलिस ने खड़े कर मारे डंडे, महिला की सुन कर फट जायेगा कलेजा
— Ambedkarite People's Voice (@APVNews_) October 25, 2024
विडियो में दिख रही महिला मध्य प्रदेश के दलित समुदाय की फूल बाई एक मुक्त बंधुआ मजदूर है
मध्य प्रदेश में रोजगार न मिलने के कारण परिवार सहित महिला हरियाणा में प्रवासी मजदूर बनकर निर्माण कार्य… pic.twitter.com/JRIXBW9mZM
फूल बाई ने बताया कि अपनी शिकायत लेकर वह गुरुग्राम के पुलिस कमिश्नर के पास भी गई, लेकिन उसके प्रयासों के बावजूद अभी तक कोई FIR दर्ज नहीं की गई है। महिला ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि वह एक गरीब प्रवासी मजदूर है और अपने परिवार का पेट पालने के लिए यहां काम करने आई है। उसने पुलिस द्वारा किए गए इस बर्ताव को अन्यायपूर्ण बताया और कहा कि ऐसा व्यवहार उसकी सामाजिक और आर्थिक स्थिति का फायदा उठाते हुए किया गया है।
मध्य प्रदेश में रोजगार की कमी के कारण फूल बाई का परिवार हरियाणा में प्रवासित हुआ था। वह अपने बच्चों और परिवार के भरण-पोषण के लिए मेहनत-मजदूरी करती है। फूल बाई की इस आपबीती ने समाज में जातीय भेदभाव और आर्थिक शोषण पर भी सवाल खड़े किए हैं, जहाँ मजदूरों और विशेषकर दलित समुदाय से आने वाले लोगों को आए दिन उत्पीड़न का सामना करना पड़ता है।
इस मामले के तूल पकड़ने के बाद गुरुग्राम पुलिस पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। यदि फूल बाई का आरोप सही है, तो यह पुलिस के आचरण पर एक गंभीर प्रश्नचिह्न है। इस तरह की घटनाएं समाज में कानून के प्रति अविश्वास बढ़ाने के साथ ही सामाजिक संरचना में असमानता और अन्याय की ओर भी इशारा करती हैं।
फिलहाल, फूल बाई न्याय की तलाश में दर-दर भटक रही है और समाज एवं प्रशासन से अपेक्षा कर रही है कि उसकी शिकायत को गंभीरता से लिया जाएगा और दोषियों पर उचित कार्यवाही होगी।