मसौढ़ी (धनरूआ)। मंगलवार को धनरूआ बाजार स्थित एक मंदिर में शादी के लिए लड़की देखने आए लड़के वालों के साथ अप्रिय घटना घटी। गौरीचक के एक युवक की शादी नालंदा जिले के हिलसा में तय की गई थी। लड़का, जो पूजा भंडार की दुकान चलाता है, अपने परिजनों और अन्य रिश्तेदारों के साथ तीसरी बार लड़की को देखने के लिए धनरूआ के एक मंदिर में आया था।
मुलाकात के दौरान लड़के वाले लगातार लड़की का बारीकी से निरीक्षण करते रहे। कभी लड़की को साड़ी पहनाकर देखा तो कभी सूट में। फिर उसे चलने और बैठने के लिए कहा गया, जिससे उसकी चाल-ढाल देखी जा सके। बात यहीं नहीं रुकी, लड़के वालों ने लड़की के पैर से कपड़ा उठाकर उसके पैर, हाथ और पीठ की भी जांच करने की कोशिश की। इस तरह की हरकतों को लड़की का परिवार शुरू में सहता रहा, लेकिन उनके धैर्य की सीमा तब टूट गई जब लड़के वालों ने साबुन मंगवाकर लड़की का चेहरा धोने की मांग की।
यह बात लड़की पक्ष के लिए असहनीय हो गई। लड़की के मामा ने तुरंत प्रतिक्रिया दी और साबुन से चेहरा धोने की बात कहने वाले लड़के वालों में से एक व्यक्ति को थप्पड़ मार दिया। इसके बाद वहां का माहौल गरमा गया और दोनों पक्षों के बीच झगड़ा शुरू हो गया। धीरे-धीरे स्थिति इतनी बिगड़ गई कि लड़के वालों की जमकर पिटाई होने लगी।
घटना के बाद लड़की पक्ष ने स्थानीय थाने में मामला दर्ज कराया और शादी से साफ इनकार कर दिया। उन्होंने लड़के के परिवार से अब तक किए गए शादी के खर्च की वापसी की भी मांग की। पुलिस ने मामले को शांत कराने की कोशिश की और लड़के के पिता को हिरासत में लेकर थाने ले आई। हालांकि, बाद में विवाद सुलझने के बाद लड़के के पिता को थाने से रिहा कर दिया गया, और शादी पूरी तरह से टूट गई।
यह घटना शादी की प्रक्रियाओं में परिवारों के बीच आपसी सम्मान और मर्यादा बनाए रखने की आवश्यकता पर सवाल खड़े करती है।