चंडीगढ़: पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा के कार्यालय में शनिवार को हुई एक बैठक में कांग्रेस के नेताओं ने राहुल गांधी के हालिया बयान पर चर्चा की। इस दौरान कांग्रेसी नेताओं ने कहा कि अगर उनकी सरकार आती है, तो आरक्षण को भी समाप्त किया जा सकता है, जैसा कि धारा 370 को समाप्त किया गया था।
एक कांग्रेस नेता ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा, "राहुल गांधी ने स्पष्ट रूप से कहा है कि आरक्षण का लाभ सभी को समान रूप से मिलना चाहिए। हालांकि, वह यह भी मानते हैं कि भविष्य में आरक्षण को समाप्त करना पड़ सकता है, जैसे कि मोदी जी ने धारा 370 को समाप्त किया।"
राहुल गांधी की अमेरिका में बोली गई बात हर कांग्रेसी तक पहुँच गई है। यहाँ उनकी दिल की बात पूरी तरह से ज़ुबान पर आ गई है। https://t.co/FTa6R26wm9
— Dilip Mandal (@Profdilipmandal) October 1, 2024
जब पत्रकार ने पूछा कि ऐसा समय दलितों के लिए क्यों आता है और उनके हक क्यों छीने जाते हैं, तो कांग्रेस नेता ने कहा, "राहुल गांधी ने भविष्यवाणी की है कि एक समय आएगा जब आरक्षण को पूर्ण रूप से समाप्त करने की आवश्यकता होगी।"
इस बयान ने पार्टी के भीतर और बाहर कई सवाल उठाए हैं। विपक्षी दलों ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया दी है, यह कहते हुए कि यह बयान दलितों के अधिकारों पर हमला है और कांग्रेस की वास्तविक मंशा को उजागर करता है।
भूपेन्द्र सिंह हुड्डा के कार्यालय में हुई इस बैठक में कई प्रमुख कांग्रेसी नेता शामिल थे, जो आगामी चुनावों को लेकर रणनीतियों पर चर्चा कर रहे थे। उनके इस बयान ने कांग्रेस पार्टी के भीतर नई बहस को जन्म दे दिया है, जबकि दलित समुदाय के नेता इस मुद्दे पर गंभीर चिंताएं व्यक्त कर रहे हैं।
जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहे हैं, यह स्पष्ट है कि आरक्षण और सामाजिक न्याय के मुद्दे पर राजनीतिक बयानबाजी और भी तेज हो सकती है।