नई दिल्ली: जी हिंदुस्तान चैनल पर प्रसारित होने वाले शो "बताना तो पड़ेगा" के दौरान शुक्रवार को एक अप्रत्याशित और निंदनीय घटना घटी, जिसने दर्शकों को स्तब्ध कर दिया। लाइव डिबेट के दौरान एक मौलाना ने बहस के दौरान गुस्से में आकर एक महिला पर शारीरिक हमला कर दिया। घटना के बाद ऑनलाइन और सोशल मीडिया पर इस घटना की व्यापक आलोचना होने लगी है।
बदौहस के रान हिंसक घटनाक्रम
डिबेट के दौरान किसी मुद्दे पर चल रही गर्मागर्म बहस अचानक हिंसक हो गई, जब मौलाना ने अपना आपा खो दिया और महिला पैनलिस्ट को पीटना शुरू कर दिया। शो के अन्य प्रतिभागियों और एंकर ने तत्काल बीच-बचाव करने की कोशिश की, जिसके बाद ही मामला शांत हुआ। शो को अचानक बंद करना पड़ा और चैनल ने बाद में इस घटना पर कोई स्पष्ट बयान जारी नहीं किया।
सोशल मीडिया पर फूटा गुस्सा
इस घटना के बाद सोशल मीडिया पर यूजर्स ने चैनल और शो के फार्मेट की कड़ी निंदा की। कई यूजर्स ने सवाल उठाया कि इस तरह के शो में किस तरह के नियमों का पालन किया जा रहा है और ऐसी स्थिति को रोकने के लिए क्या एहतियाती कदम उठाए जाते हैं। लोगों ने मांग की कि अगर कोई डिबेट में इस तरह की हिंसा करता है, तो उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए।
वाह रे मीडिया!!
— Raj Kumar Kabir (@rajkumarkabir1) October 5, 2024
सारी दुनिया के सामने लोगों को आपसे में मारपीट करा रही.
यह बहुत ही शर्मनाक है!!
जब डिबेट शांतिपूर्ण करा नहीं सकते तो बुलाते क्यों हो!!!
महिला पर हाथ उठाना गलत है !!! pic.twitter.com/MTZtGQwYWI
मीडिया चैनलों पर उठ रहे सवाल
लोगों का कहना है कि खुद को "नेशनल मीडिया चैनल" बताने वाले इन चैनलों को भी अपने मंच पर होने वाली घटनाओं के प्रति जिम्मेदार होना चाहिए। कई लोगों ने सुझाव दिया कि ऐसे शो के लिए सख्त नियम और कोड ऑफ कंडक्ट होना चाहिए, ताकि किसी भी प्रकार की हिंसक या अनुचित घटना को रोका जा सके।
क्या होनी चाहिए कानूनी कार्रवाई?
कई कानूनी विशेषज्ञों का मानना है कि लाइव टीवी शो में हिंसा एक गंभीर अपराध है और इसके लिए मौलाना के खिलाफ कानूनी कार्यवाही होनी चाहिए। टेलीविजन पर होने वाली घटनाएं लाखों दर्शकों तक पहुंचती हैं, और ऐसी हिंसक घटनाओं से समाज में गलत संदेश जाता है। लोगों ने मांग की है कि इस मामले की जांच कर दोषियों के खिलाफ कड़ी सजा दी जाए।
चैनल की प्रतिक्रिया की प्रतीक्षा
घटना के बाद से चैनल की ओर से कोई विस्तृत बयान नहीं आया है, हालांकि सूत्रों के अनुसार चैनल आंतरिक रूप से मामले की जांच कर रहा है। इस घटना के बाद से दर्शकों का गुस्सा और सवालों की झड़ी जारी है, और उम्मीद की जा रही है कि चैनल जल्द ही इस घटना पर स्थिति स्पष्ट करेगा।
इस तरह की घटनाएं मीडिया की जिम्मेदारी और शो में होने वाली डिबेट के दौरान तय नियमों की कमी पर गंभीर सवाल खड़े करती हैं। यह देखना बाकी है कि इस मामले में क्या कदम उठाए जाते हैं और क्या इससे भविष्य में ऐसे शो के लिए नए दिशानिर्देश तैयार होंगे।