गाज़ियाबाद: वरिष्ठ पत्रकार अनुज चौधरी पर हाल ही में हुए जानलेवा हमले ने गाज़ियाबाद में पत्रकारों की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। पत्रकार शक्ति सिंह ने X प्लेटफार्म पर एक पोस्ट में गाज़ियाबाद के पुलिस कमिश्नर पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि कमिश्नर ने अनुज चौधरी की सुरक्षा हटा ली है, जबकि उनकी जान को खतरा है।
शक्ति सिंह ने अपनी पोस्ट में बताया कि अनुज चौधरी को बदमाशों ने सरेराह 5 गोलियां मारीं, लेकिन वह भगवान की कृपा से इस हमले में जीवित बच गए। उन्होंने कहा, "गाज़ियाबाद के पुलिस कमिश्नर साहब ने उनकी सुरक्षा हटा दी, जबकि अनुज चौधरी और उनके परिवार के लिए खतरा अभी भी बना हुआ है।"
डर के साये में पत्रकार,ये है ज़िला गाजियाबाद।
— Shakti Singh/शक्ति सिंह (@singhshakti1982) October 16, 2024
आख़िर ज़िला गाजियाबाद के पुलिस कमिश्नर क्यों हुए हमसे खफा।
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मेरा क़सूर ये था की वरिष्ठ पत्रकार अनुज चौधरी को सरेराह बदमाशों ने 5 गोली मारी, भगवान का शुक्र था कि वो ज़िंदगी और मौत की इस लड़ाई में जीत गये, पुलिस ने उन्हें… pic.twitter.com/ZDUh5CCn1U
सिंह ने यह भी कहा कि अनुज चौधरी की दो बेटियां हैं, और अगर उन्हें कुछ होता है, तो क्या गाज़ियाबाद के पुलिस कमिश्नर उन बेटियों की देखभाल करेंगे? उन्होंने गाज़ियाबाद के जिला मजिस्ट्रेट को कमिश्नर की इस हठधर्मी के खिलाफ ज्ञापन भी दिया, जिससे कमिश्नर नाराज़ हो गए।
गाज़ियाबाद पुलिस में हाल ही में सुर्खियों में रहे शेखर जाट का नाम भी सामने आया है, जिसे अनुज चौधरी की हत्या के लिए सुपारी दी गई थी। शक्ति सिंह का कहना है कि यह एक बड़ा मामला है, और शूटर अभी भी बाहर घूम रहे हैं। उन्होंने यह सवाल उठाया कि क्या पुलिस कमिश्नर स्थिति की गंभीरता को समझते हैं।
यह मामला गाज़ियाबाद में पत्रकारों की सुरक्षा और पुलिस प्रशासन की जिम्मेदारी पर गंभीर सवाल खड़े करता है। पत्रकारों के लिए इस प्रकार की सुरक्षा चिंताओं के बीच, यह स्पष्ट है कि गाज़ियाबाद में कानून-व्यवस्था की स्थिति को और मजबूत करने की आवश्यकता है।