रांची से एक और बड़ी घटना सामने आई है, जहां सदर अस्पताल में प्रसव पीड़ा से कराहती एक महिला को समय पर इलाज नहीं मिला और उसे अस्पताल परिसर में ही बच्चे को जन्म देना पड़ा। यह महिला काठी टाल से आई थी, और उसके परिजनों ने अस्पताल के डॉक्टरों और नर्सों पर लापरवाही का आरोप लगाया है।
परिजनों का कहना है कि जब वे अस्पताल पहुंचे, तो महिला की हालत बेहद गंभीर थी और वह प्रसव पीड़ा से गुजर रही थी। इसके बावजूद, डॉक्टर और नर्सों ने उसे भर्ती करने के बजाय बार-बार अलग-अलग कागजात की मांग की। इस बीच, महिला दर्द से तड़पती रही और अस्पताल के बाहर ही उसकी डिलीवरी हो गई। इसके बाद महिला और नवजात को अस्पताल में भर्ती कर लिया गया।
रांची के सदर अस्पताल में एक महिला अपने बच्चे को जन्म देने अस्पताल पहुंचती है लेकिन उसे अस्पताल में नही लिया जाता बल्कि वहां से निकाल दिया जाता है..सड़क पर ही बच्ची को दिया जन्म आप सभी से निवेदन है सदर हॉस्पिटल के सीसीटीवी का जाँच हो और ऐसे लोगो पर कार्यवाही हो @dprakashbjp pic.twitter.com/fZH4GLnxIN
— News Ranchi 🛑 (@newsranchi) October 12, 2024
घटना के वक्त मौजूद एक परिजन ने बताया कि उन्होंने कई बार एंबुलेंस की मांग की, लेकिन कोई सहायता नहीं मिली। "हम लोग काठी टाल से टेंपो में आए थे। एडमिट करने के बाद भी डॉक्टरों ने कोई उपचार नहीं किया और हमें रिम्स (राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान) रेफर कर दिया गया। एंबुलेंस नहीं मिलने के कारण हमें पैदल ही बाहर आना पड़ा और बाहर ही डिलीवरी हो गई।"
परिजनों के अनुसार, महिला काफी समय से पीड़ा में थी और डॉक्टरों से कई बार अनुरोध करने के बाद भी कोई इलाज नहीं हुआ। वे इस बात से आहत हैं कि उनकी बेटी को समय पर चिकित्सा सहायता नहीं दी गई, जिससे उन्हें परिसर में ही बच्चा पैदा करना पड़ा।
इस घटना ने अस्पताल की कार्यप्रणाली और गरीब लोगों के साथ व्यवहार पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। जबकि पूरा देश नवरात्रि के दौरान देवी की पूजा में लीन है, रांची के इस अस्पताल में एक महिला को सही समय पर चिकित्सा सेवा नहीं मिलने से यह शर्मनाक घटना सामने आई है।
परिवार ने स्वास्थ्य विभाग से इस मामले की जांच की मांग की है और अस्पताल प्रशासन से जवाबदेही की उम्मीद जताई है।