सोशल मीडिया पर हाल ही में एक पोस्ट ने सड़कों और हाईवे के विकास के लिए मशहूर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को नए सिरे से चर्चा का विषय बना दिया है। जैकी यादव नामक X हैंडल पर की गई एक पोस्ट में गडकरी की छवि को लेकर सवाल खड़े किए गए हैं, जिसमें उन्हें 'The Highway Man Of India' से 'The Toll Man Of India' बना दिया गया है।
2014 से सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री के रूप में नितिन गडकरी ने देश में हाईवे और सड़कों के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उनकी छवि सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों में ही सकारात्मक मानी जाती थी। मीडिया में उन्हें 'The Highway Man Of India' का नाम दिया गया था, लेकिन हाल ही में सोशल मीडिया पर 'खुरपेंच' नामक एक हैंडल ने गडकरी के टोल नीति और ट्रैफिक फाइन नियमों पर सवाल खड़े किए हैं, जिसके बाद उनकी छवि पर कई तरह की टिप्पणियां की जा रही हैं।
इस पोस्ट में गडकरी पर आरोप लगाए गए हैं कि उन्होंने देशभर में टोल की दरें बढ़ाकर लोगों की मुश्किलें बढ़ाई हैं, जिसके चलते उन्हें अब 'The Toll Man Of India' के रूप में ट्रोल किया जा रहा है। पोस्ट के जवाब में रुपाली गौतम नामक एक यूजर ने लिखा, "गडकरी जी द्वारा लाए गए नए कानूनों ने पुलिस की चांदी कर दी है। पहले लोग 100 रुपये देकर छूट जाते थे, अब 500 रुपये देकर। इसके अलावा, टोल की बढ़ी हुई दरें भी जनता के लिए सिरदर्द बन गई हैं।"
यह नितिन गडकरी जी हैं, ये हमारे देश के 2014 से सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री हैं। इनकी सत्ता पक्ष में ही नहीं बल्कि विपक्ष समेत पूरे देश में बहुत अच्छी इमेज बनी हुई थी,
— Jaiky Yadav (@JaikyYadav16) October 6, 2024
कुछ चैनल तो इन्हें The Highway Man Of India भी कहते हैं मगर
एक X हैंडल खुरपेंच ने इनकी असलियत सामने रख दी… pic.twitter.com/QfZB3u6mTo
एक अन्य यूजर, विक्की, ने कहा, "खुरपेंच द्वारा किए गए खुलासे ने नितिन गडकरी की छवि को चुनौती दी है। मीडिया द्वारा बनाई गई 'The Highway Man Of India' की छवि अब 'The Toll Man Of India' की बनती जा रही है।"
हालांकि, गडकरी ने अभी तक इस ट्रोलिंग का कोई सीधा जवाब नहीं दिया है, लेकिन यह चर्चा सोशल मीडिया पर तेज़ी से बढ़ रही है। उनके समर्थक और विरोधी दोनों ही पक्षों के लोग इस मुद्दे पर बहस कर रहे हैं। जहां कुछ लोग उनके काम की सराहना कर रहे हैं, वहीं कुछ उनकी नीतियों की आलोचना करते हुए उन्हें जिम्मेदार ठहरा रहे हैं।
गडकरी की नीतियों ने देश के इंफ्रास्ट्रक्चर में सुधार किया है, लेकिन टोल दरों और जुर्मानों में वृद्धि ने जनता के एक हिस्से को नाराज़ भी किया है। अब देखना यह होगा कि नितिन गडकरी इन आरोपों पर क्या प्रतिक्रिया देते हैं और क्या यह विवाद उनकी राजनीतिक छवि पर कोई दीर्घकालिक प्रभाव डालता है या नहीं।