मिर्जापुर, उत्तर प्रदेश: शारदीय नवरात्र मेले के दौरान एक बड़े प्रशासनिक चूक का मामला सामने आया है, जहां सेक्टर मजिस्ट्रेट प्रतीक कुमार सिंह, सहायक विकास अधिकारी (कृषि), को अपने ड्यूटी स्थल को छोड़कर विंध्यवासिनी मंदिर जाने और वहां जूता पहनकर प्रवेश करने के आरोप में तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।
घटना उस समय की है जब प्रतीक कुमार सिंह, जो मेले के दौरान सुरक्षा और अन्य प्रबंधन संबंधी कार्यों के लिए तैनात थे, अपने जानने वालों को मंदिर में दर्शन कराने के लिए अपने मूल ड्यूटी स्थल को छोड़कर मंदिर पहुंच गए। यह कदम नियमों के खिलाफ था, क्योंकि मंदिर परिसर में जूते पहनकर जाना वर्जित है। इस लापरवाही को गंभीर मानते हुए जिलाधिकारी IAS प्रियंका निरंजन ने उनके खिलाफ तत्काल कार्रवाई की और उन्हें निलंबित कर दिया।
#मंदिर में जुटा पहन कर जाने वाला अफ़सर #निलंबित !!#UP के मिर्जापुर में शारदीय नवरात्र मेला के दौरान सेक्टर मजिस्ट्रेट प्रतीक कुमार सिंह, सहायक विकास अधिकारी (कृषि) सिटी के द्वारा विंध्यवासिनी मंदिर पर अपने मूल ड्यूटी स्थल को छोड़कर अपने जानने वालों को दर्शन करवाने मंदिर गए थे।… pic.twitter.com/1GQOJTaQNn
— Dr.Ahtesham Siddiqui (@AhteshamFIN) October 6, 2024
मंदिर परिसर में तैनात पुजारी ने भी प्रतीक कुमार सिंह की इस हरकत पर नाराजगी जताई। पुजारी ने मजिस्ट्रेट से पूछा, "कहां है आज तुम्हारी ड्यूटी?" जब उन्हें बताया गया कि वह कृषि विभाग में हैं, तो पुजारी ने कहा, "कृषि विभाग में बतमीजी। ठीक है, भाग जाओ नहीं तो मार खा जाओगे। चल भाग यहाँ से।"
यह घटना प्रशासनिक अधिकारियों के कर्तव्यों और मर्यादाओं की अवहेलना को उजागर करती है, विशेषकर धार्मिक स्थलों के प्रति सम्मान की कमी को। जिलाधिकारी ने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए कहा कि ड्यूटी में लापरवाही और अनुशासनहीनता किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
मेला क्षेत्र में तैनात अन्य अधिकारियों और कर्मचारियों को इस घटना के बाद चेतावनी दी गई है कि वे अपने कर्तव्यों का पूरी निष्ठा और ईमानदारी से पालन करें, अन्यथा उनके खिलाफ भी कठोर कार्रवाई की जाएगी।
शारदीय नवरात्र मेला में लाखों श्रद्धालु प्रतिवर्ष विंध्यवासिनी देवी के दर्शन के लिए आते हैं, और प्रशासनिक अधिकारियों की जिम्मेदारी होती है कि वे मेले के दौरान सुरक्षा और व्यवस्था बनाए रखें।