आरा, बिहार – अक्टूबर 2020 में एक दुखद घटना ने आरा की धरती को हिलाकर रख दिया था। धर्मशीला देवी, जिन्हें लोग प्यार से अनारकली के नाम से जानते थे, को उनके पति दीपक और ससुराल वालों ने दहेज के लिए कथित तौर पर हत्या कर दी थी। इस घटना के बाद पुलिस ने दीपक और उसके परिवार के सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया, और वे तब से जेल में थे।
लेकिन हाल ही में, जब दीपक जमानत पर जेल से बाहर आया, तो उसे एक चौंकाने वाला सच सामने आया। उसे पता चला कि उसकी पत्नी जीवित है। धर्मशीला देवी अब अपने नए पति और दो बच्चों के साथ उसी शहर में रह रही हैं। यह सुनकर दीपक की दुनिया उलट-पुलट हो गई। चार साल जेल में बिताने के बाद, वह यह जानकर हैरान रह गया कि उसकी पत्नी की हत्या की कहानी केवल एक झूठ थी।
धर्मशीला ने अपनी जिंदगी को नए सिरे से जीना शुरू किया है। उन्होंने अपने नए पति के साथ एक खुशहाल जीवन बिताने का फैसला किया है, जबकि दीपक अब अपनी खोई हुई खुशियों को पाने के लिए संघर्ष कर रहा है। यह कहानी न केवल एक पति-पत्नी के रिश्ते की जटिलताओं को उजागर करती है, बल्कि दहेज प्रथा के खिलाफ समाज में जागरूकता फैलाने की भी आवश्यकता को दर्शाती है।
मिलिए आरा की अनारकली धर्मशीला देवी से, जो बिहार के आरा की रहने वाली हैं, जिनकी हत्या उनके पति और ससुराल वालों ने दहेज के लिए अक्टूबर 2020 में कर दी थी। बाद में पुलिस ने उनके पति और ससुराल वालों को गिरफ्तार कर लिया और तब से वे जेल में हैं।
— Abdul Qadir (@MrIndiA_786) October 21, 2024
हाल ही में जब उसका पति दीपक जमानत पर जेल… pic.twitter.com/0ofUfiL53v
धर्मशीला का नया जीवन एक प्रेरणा है उन सभी के लिए जो ऐसे कठिन समय से गुजर रहे हैं। उन्होंने साबित कर दिया कि एक नई शुरुआत हमेशा संभव है, भले ही परिस्थितियाँ कितनी भी कठिन क्यों न हों। अब यह देखना होगा कि दीपक अपनी खोई हुई पहचान और सम्मान को कैसे फिर से प्राप्त करता है।
आरा में यह मामला अब लोगों के बीच चर्चा का विषय बन गया है। समाज के विभिन्न वर्गों ने दहेज प्रथा के खिलाफ आवाज उठाते हुए इस प्रथा को समाप्त करने का संकल्प लिया है। धर्मशीला की कहानी से प्रेरित होकर, कई लोग इस मुद्दे पर खुलकर बात कर रहे हैं और सकारात्मक बदलाव की दिशा में कदम बढ़ा रहे हैं।
यह घटना यह भी दर्शाती है कि कभी-कभी सत्य केवल एक झूठ की परछाई में छिपा होता है, और हमें अपनी आँखें खोलकर देखना चाहिए।