लखीमपुर खीरी, भीरा – लखीमपुर खीरी जिले के भीरा क्षेत्र में दलित समुदाय के एक व्यक्ति के मकान को जबरन तोड़ने के मामले में नगर पंचायत अध्यक्ष चारू शुक्ला के पति संजय शुक्ला सहित आठ नामजद लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। इसके अलावा, पुलिस ने 20 अज्ञात व्यक्तियों पर भी एससी-एसटी एक्ट सहित अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है।
यह घटना 29 सितंबर की बताई जा रही है, जब भीरा के सुंदर नगर इलाके में दलित समुदाय के अकलू नामक व्यक्ति ने अपने मकान का हिस्सा तोड़े जाने की शिकायत दर्ज कराई। अकलू ने आरोप लगाया कि संजय शुक्ला ने उसे धमकाया और मकान गिराने की चेतावनी दी थी। इसके बाद, संजय शुक्ला के संरक्षण में कुछ लोगों ने घर पर चढ़कर सीढ़ी लगाई और भाला, सब्बल आदि हथियारों का इस्तेमाल कर मकान का बड़ा हिस्सा तोड़ दिया।
अकलू के मुताबिक, उनका मकान पूरी तरह से उनके खेत में बना हुआ है और नक्से के अनुसार 10 फीट का रास्ता छोड़ा गया था। उन्होंने मकान का निर्माण नक्से के अनुसार एक फीट अंदर करते हुए किया था, और उस समय किसी ने इस पर कोई आपत्ति नहीं जताई थी। हालांकि, अब जब नगर पंचायत द्वारा रोड निर्माण कराया जा रहा है, कुछ लोगों ने उनके मकान को अतिक्रमण के दायरे में बताया।
लखीमपुर खीरी में दलित वर्ग के एक व्यक्ति के मकान को जबरदस्ती तोड़ने के मामले में नगर पंचायत अध्यक्ष के पति 'संजय शुक्ला' सहित आठ लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज किया गया है। इसके अलावा, 20 अज्ञात लोगों के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है।
— Rationality 😎😎 (@rationalguy777) October 3, 2024
रामराज्य यही है दलितों के लिए 🤷 pic.twitter.com/s13nxHD2fv
पुलिस ने संजय शुक्ला के अलावा महेश गुप्ता, किशन, मंजू, मदन, जोधा, रामनाथ और प्रदीप के खिलाफ भी केस दर्ज किया है। वहीं, 20 अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ भी पुलिस ने मामले की तफ्तीश शुरू कर दी है।
अधिकारियों के अनुसार, रोड निर्माण के कारण अतिक्रमण हटाने की प्रक्रिया चल रही थी, जिसमें अकलू का मकान भी शामिल था। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और सभी संबंधित पक्षों से बयान लिए जा रहे हैं।
क्या है मामला?
अकलू का कहना है कि उन्होंने अपने खेत में ही मकान बनाया था और रास्ता छोड़ा था, लेकिन अब जब रोड का निर्माण हो रहा है, तो उन्हें अतिक्रमण हटाने का सामना करना पड़ा है। वहीं, दूसरी तरफ कुछ लोगों का कहना है कि अतिक्रमण हटाने के दौरान वार्ता के बाद ही यह कदम उठाया गया था। पुलिस अब दोनों पक्षों की बात सुनकर मामले की जांच कर रही है।
इस घटना ने क्षेत्र में तनाव की स्थिति पैदा कर दी है, और पुलिस इस मामले को गंभीरता से ले रही है। मामले में शामिल सभी लोगों के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई की जा रही है।