दुनिया भर में महिलाओं की सुरक्षा और उनके जीवन की गुणवत्ता पर किए गए एक सर्वेक्षण में भारत को सबसे खतरनाक देश घोषित किया गया है। थॉम्पसन रॉयटर्स फाउंडेशन की इस रिपोर्ट में महिलाओं के प्रति यौन हिंसा, तस्करी और अन्य अपराधों के आधार पर भारत को शीर्ष स्थान दिया गया है। इस शर्मनाक सूची में अफगानिस्तान और सीरिया क्रमशः दूसरे और तीसरे स्थान पर हैं, जबकि पाकिस्तान छठे स्थान पर है। अमेरिका को इस सर्वे में दसवां स्थान प्राप्त हुआ है।
रिपोर्ट के मुख्य बिंदु
यह सर्वेक्षण थॉम्पसन रॉयटर्स फाउंडेशन ने वैश्विक स्तर पर 550 विशेषज्ञों के बीच किया था, जिसमें 193 देशों में महिलाओं की सुरक्षा, अधिकार और उनके प्रति हिंसा जैसे मुद्दों पर उनके विचार जानें गए। चौंकाने वाली बात यह है कि 2011 में भारत को महिलाओं के लिए सातवां सबसे खतरनाक देश माना गया था, जबकि इस साल यह स्थिति और बदतर हो गई है।
विशेषज्ञों के अनुसार, भारत में महिलाओं के खिलाफ यौन हिंसा और यौन तस्करी के मामले बढ़ते जा रहे हैं। राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) के आंकड़ों के अनुसार, भारत में हर दिन औसतन 106 यौन हिंसा के मामले दर्ज होते हैं। यह आंकड़े दर्शाते हैं कि महिलाओं की सुरक्षा के मामले में स्थिति चिंताजनक है।
शीर्ष छह खतरनाक देशों के कारण
1. भारत
भारत में महिलाओं के प्रति अपराध बढ़ते जा रहे हैं। NCRB के आंकड़ों के अनुसार, 2007 से 2016 के बीच महिलाओं के खिलाफ अपराध में 83% का इजाफा हुआ है। हर दिन सैकड़ों महिलाएं यौन हिंसा, छेड़छाड़ और घरेलू हिंसा का शिकार होती हैं। इसके अलावा, तस्करी भी एक प्रमुख मुद्दा बन गया है, जहां महिलाओं को जबरदस्ती देह व्यापार में धकेल दिया जाता है।
2. अफगानिस्तान
अफगानिस्तान में महिलाओं को शिक्षा, स्वास्थ्य और आर्थिक अधिकारों से वंचित रखा जाता है। वहां लैंगिक भेदभाव, कमजोर स्वास्थ्य सुविधाएं और महिलाओं के अधिकारों की कमी आम समस्याएं हैं।
3. सीरिया
सात सालों के गृहयुद्ध के कारण सीरिया में महिलाओं की स्थिति बेहद खराब हो गई है। स्वास्थ्य सेवाओं का अभाव, युद्ध की भयावहता और असुरक्षा के कारण यहां महिलाओं की स्थिति दयनीय है।
Proud moment for hypocrites and psychopaths ! pic.twitter.com/WqZKKGuEPb
— Misha ishi (@shellykiran7) October 29, 2024
4. सोमालिया
सोमालिया पिछले 27 सालों से गृहयुद्ध का सामना कर रहा है, जिससे महिलाओं के लिए स्थिति असुरक्षित हो गई है। सांस्कृतिक रूप से भी महिलाओं को दबाया जाता है, और यहां यौन हिंसा के मामलों में वृद्धि देखी गई है।
5. सऊदी अरब
सऊदी अरब में महिलाओं को कार्यस्थल पर भेदभाव का सामना करना पड़ता है। धार्मिक परंपराओं और सांस्कृतिक रिवाजों के चलते महिलाएं कई अधिकारों से वंचित हैं। यहां महिलाओं के साथ व्यवहार में कट्टरता और भेदभाव के मामले आम हैं।
6. पाकिस्तान
पाकिस्तान में महिलाओं को घरेलू हिंसा, ऑनर किलिंग और अन्य धार्मिक-सांस्कृतिक भेदभाव का सामना करना पड़ता है। यहां महिलाओं के प्रति हिंसा की घटनाएं आम हैं, और समाज में महिलाएं कई अधिकारों से वंचित हैं।
अमेरिका की रैंकिंग में मीटू आंदोलन की भूमिका
थॉम्पसन रॉयटर्स फाउंडेशन की इस रिपोर्ट में अमेरिका को दसवां स्थान दिया गया है। इसके पीछे मुख्य कारण पिछले साल शुरू हुआ #MeToo अभियान है। इस अभियान के माध्यम से हजारों महिलाओं ने सोशल मीडिया पर अपने यौन उत्पीड़न के अनुभव साझा किए, जिसमें कई प्रसिद्ध हॉलीवुड अभिनेत्रियां भी शामिल थीं। इस अभियान ने अमेरिका में यौन उत्पीड़न की वास्तविकता को सार्वजनिक किया और महिलाओं के अधिकारों पर चर्चा को बढ़ावा दिया।
भारत में महिलाओं की सुरक्षा के प्रति चिंता
यह रिपोर्ट भारत के लिए एक चेतावनी है कि 2012 के निर्भया कांड और इसके बाद बनाए गए सख्त कानूनों के बावजूद महिलाओं की सुरक्षा में कोई बड़ा सुधार नहीं हुआ है। रिपोर्ट के अनुसार, छह साल बाद भी भारत में महिलाओं के खिलाफ हिंसा की घटनाएं बढ़ रही हैं। इस सूची में भारत का शीर्ष पर होना दर्शाता है कि महिलाओं की सुरक्षा और उनके अधिकारों के लिए आवश्यक कदम अब तक पर्याप्त रूप से नहीं उठाए गए हैं।