गाजियाबाद: एक ताजा वायरल वीडियो में अनिल यादव, जो खुद को "छोटा नरसिंहानंद" बताते हैं, ने एक विवादास्पद बयान दिया है, जिससे पूरे देश में भारी नाराजगी फैल रही है। वीडियो में अनिल यादव ने चेतावनी दी है कि यदि उनके गुरुजी, नरसिंहानंद गिरी महाराज, का पुतला जलाया गया, तो वह और उनके समर्थक अल्लाह और नबी मोहम्मद के पुतले जलाएंगे।
वीडियो में अनिल यादव ने दावा किया कि कई स्थानों पर नरसिंहानंद गिरी महाराज के पुतले फूंके गए हैं और गाजियाबाद के कलेक्टरेट के बाहर भी इस तरह का प्रदर्शन किया गया है। इसके जवाब में अनिल ने स्पष्ट रूप से धमकी दी कि दशहरा के दिन वे मोहम्मद और अली के पुतले भी जलाएंगे। उन्होंने जोर देकर कहा कि इस कार्य को "शिव शक्ति धाम डासना" से शुरू किया जाएगा।
वीडियो में अनिल यादव के साथ कुछ अन्य संत भी दिख रहे हैं, जिन्हें उन्होंने "रणसिंह आनंद गिरी जी महाराज" और "निर्भयानंद जी" के नाम से संबोधित किया। अनिल यादव ने प्रशासन और विरोध करने वालों को चेतावनी दी कि वे दबाव में नहीं आएंगे और अपने गुरुजी का समर्थन जारी रखेंगे।
सफेद कपड़ो में बीच में खड़ा जो शख्स है इसका नाम है #अनिल_यादव और जो पीछे पुतले है वह अल्लाह व नबी के पुतले हैं। यह अनिल यादव नरसिंहानंद के समर्थन में इन पुतलों को जलाने की बात कर रहा है
— Priyanshu Kumar (@priyanshu__63) October 6, 2024
आखिर सरकार इन लोगों पर गैंगस्टर एक्ट लगाकर जेल में क्यों नहीं डाल रही है?@ghaziabadpolice pic.twitter.com/Y1jlPSsvxS
सोशल मीडिया पर इस बयान के वायरल होने के बाद, लोगों की तीखी प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है। ट्विटर पर 'X' के एक उपयोगकर्ता प्रियांशू कुमार ने वीडियो पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए लिखा, "सफेद कपड़ों में बीच में खड़ा जो शख्स है, इसका नाम अनिल यादव है, और जो पीछे पुतले हैं, वह अल्लाह और नबी के पुतले हैं। यह अनिल यादव नरसिंहानंद के समर्थन में इन पुतलों को जलाने की बात कर रहा है। आखिर सरकार इन लोगों पर गैंगस्टर एक्ट लगाकर जेल में क्यों नहीं डाल रही है?"
इस वीडियो के सामने आने के बाद, कई राजनीतिक और सामाजिक संगठन अनिल यादव और उनके समर्थकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए पुलिस और प्रशासन पर भी दबाव बढ़ गया है।
यह देखना होगा कि सरकार और प्रशासन इस मामले पर क्या कदम उठाते हैं और क्या कार्रवाई होती है, खासकर धार्मिक भावनाओं को आहत करने के आरोपों के बीच।