लखनऊ में एक और दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहाँ एक गरीब ठेलेवाले से जबरन चंदा मांगा जा रहा है। ठेलेवाले ने यह स्पष्ट कर दिया कि वह एक बार चंदा दे चुका है और बार-बार देने की स्थिति में नहीं है। ठेलेवाले का कहना है, "मैंने पहले ही चंदा दिया है, अब और नहीं दे सकता।"
वसूली गैंग, जिसका सरगना संतोष तिवारी बताया जा रहा है, ने ठेलेवाले से रसीद दिखाने की मांग की। ठेलेवाले ने जब कहा कि रसीद घर पर रखी है, तो मामला और बिगड़ गया। इसके बाद गैंग के गुंडों ने ठेलेवाले के साथ मारपीट शुरू कर दी। उन्होंने उसका हाथ मरोड़ा और गाली-गलौज की। ठेलेवाले का किराए पर लाया हुआ ठेला भी लात मारकर तोड़ने की कोशिश की गई।
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— Abhimanyu Singh Journalist (@Abhimanyu1305) October 19, 2024
👉🏾 एक गरीब ठेले वाले से जबरन चंदा मांगा जा रहा है, ठेला वाले ने कहा एक बार दे चुका हूं बार-बार नहीं दूंगा।
👉🏾 वशूली गैंग ने कहा रसीद दिखाओ ठेला वाले ने कहा घर में रखी है। बस इतने में उसका हाँथ मरोड़ते हुए गाली गलौज दी जा रही किराए पर लाये ठेले पर लात मारी जा रही है।
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घटना से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी यह है कि संतोष तिवारी अपनी पत्नी निशा तिवारी के रसूख का फायदा उठाकर गरीबों से गुंडागर्दी और जबरन वसूली कर रहा है। निशा तिवारी जानकीपुरम की भाजपा पार्षद हैं, और उनके पद का दुरुपयोग कर उनके पति गरीबों पर अत्याचार कर रहे हैं।
इस घटना ने शहर में गरीबों के खिलाफ हो रहे अत्याचार और बढ़ती महंगाई के चलते उनके जीवन को और मुश्किल बना दिया है। महंगाई से जूझते गरीबों के लिए रोज़ी-रोटी कमाना ही कठिन हो चुका है, और ऐसे में राजनीतिक संरक्षण प्राप्त गुंडागर्दी ने उनकी स्थिति और दयनीय कर दी है।
प्रशासन की ओर से अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है, जिससे स्थानीय निवासियों में रोष बढ़ रहा है। जनता मांग कर रही है कि ऐसे अपराधियों पर कड़ी कार्रवाई की जाए, ताकि गरीबों को न्याय मिल सके और इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।