सांकेतिक AI चित्र
चित्रकूट में महिलाओं के सम्मान को ठेस पहुंचाने वाली एक घटना सामने आई है, जिसमें सरैया चौकी प्रभारी श्याम देव सिंह की एक ऑडियो क्लिप वायरल हो गई है। इस ऑडियो में उन्होंने एक महिला जनप्रतिनिधि के खिलाफ घृणित और अपमानजनक भाषा का प्रयोग किया है। यह बातचीत एक महिला जनप्रतिनिधि के घरेलू सदस्य के साथ फोन पर हो रही थी, जिसमें प्रभारी द्वारा कहा गया कि "तुम्हारे जैसे गैर मर्द को घर में सुलाने वाला ठाकुर नहीं हूं। तुम्हारे घर की महिलाएं अन्य जाति के मर्दों को अपने साथ सुलाती हैं तब चुनाव जीतती हैं।" यह बयान समाज में महिलाओं के प्रति पुलिस की छवि पर गंभीर सवाल उठाता है।
मिशन शक्ति अभियान और पुलिस की भूमिका पर सवाल
यह घटना ऐसे समय में सामने आई है जब पुलिस महिलाओं के प्रति शारीरिक, मानसिक, आर्थिक और यौनिक हिंसा के खिलाफ कानूनन जागरूकता फैलाने का काम कर रही है। मिशन शक्ति अभियान के तहत पुलिस सार्वजनिक स्थानों पर जाकर महिलाओं और बालिकाओं को नारी शक्ति के महत्व को समझाते हुए हेल्पलाइन नंबर प्रदान करती है। इस घटना ने पुलिस द्वारा महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान की बात पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
#चित्रकूट
— Abhimanyu Singh Journalist (@Abhimanyu1305) October 23, 2024
महिलाओं के प्रति चौकी प्रभारी की घ्रणित भाषा की ऑडियो वायरल.
👉🏾 फोन पर एक महिला जनप्रतिनिधि के बारे में सरैया चौकी प्रभारी श्याम देव सिंह द्वारा कहा जा रहा है कि तुम्हारे जैसे गैर मर्द को घर में सुलाने वाला ठाकुर नहीं हूं।
👉🏾 तुम्हारे घर की महिलाएं अन्य जाति के… pic.twitter.com/yaDqc6S6b8
क्या है मामला?
सूत्रों के अनुसार, यह बातचीत एक शिलान्यास पत्थर पर नाम लिखवाने को लेकर हो रही थी। बताया जा रहा है कि महिला जनप्रतिनिधि के घरेलू सदस्य द्वारा चौकी प्रभारी के आवास निर्माण के लिए कुछ धनराशि दी गई थी। चौकी क्षेत्र के सैकड़ों लोगों से भी आवास निर्माण हेतु प्रभारी द्वारा चंदा लिया गया था, और सहयोग देने वालों का नाम शिलान्यास पत्थर पर लिखवाने की बात कही गई थी। लेकिन महिला जनप्रतिनिधि के घर से 20,000 रुपये की अतिरिक्त राशि मांगी गई थी, जो पहले ही चंदा दे चुके थे। जब इस अतिरिक्त धनराशि की मांग को महिला प्रतिनिधि के सदस्य ने ठुकराया, तब चौकी प्रभारी नाराज हो गए और अभद्र भाषा का प्रयोग किया।
महिला जनप्रतिनिधि की प्रतिक्रिया
वायरल हुई ऑडियो क्लिप की प्रतिक्रिया में जिला पंचायत सदस्य अनीता सिंह बघेल ने कहा कि अगर जिले में उनकी आवाज नहीं सुनी गई तो वह माननीय उच्च न्यायालय हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगी। उनका मानना है कि यह घटना न केवल व्यक्तिगत रूप से उनका अपमान है, बल्कि महिलाओं के प्रति समाज में व्याप्त भेदभाव और पुलिस की मानसिकता का भी परिचायक है।
सोशल मीडिया पर गुस्सा और मांग
इस घटना के बाद सोशल मीडिया पर भी व्यापक आक्रोश देखने को मिल रहा है। ऑडियो की क्लिप में से कुछ अभद्र शब्द काटकर वायरल किए गए हैं, जिसने लोगों में और भी नाराजगी पैदा की है। लोग चौकी प्रभारी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं और इस घटना को महिला सम्मान और पुलिस की विश्वसनीयता पर हमला मान रहे हैं।
अब देखना होगा कि प्रशासन इस मामले में क्या कदम उठाता है और क्या चौकी प्रभारी श्याम देव सिंह के खिलाफ कोई अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाती है या नहीं।