हरियाणा के ग्रामीणों ने हाल ही में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के खिलाफ अपने गुस्से और असंतोष को स्पष्ट रूप से जताते हुए गांव के प्रवेश द्वार पर 'बीजेपी नो एंट्री' का बोर्ड लगा दिया है। साथ ही, गांव के लोग हाथों में लाठियां लेकर विरोध कर रहे हैं। उनका कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जब उन्हें दिल्ली में आंदोलन करने से रोका था, तो अब वे बीजेपी नेताओं को अपने गांव में प्रवेश करने नहीं देंगे।
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— 𝙈𝙪𝙧𝙩𝙞 𝙉𝙖𝙞𝙣 (@Murti_Nain) October 1, 2024
हरियाणा वासियों ने गांव के बाहर बीजेपी के #नो_एंट्री के बोर्ड लगा हाथ में लठ उठाये।
गाँव वालों का कहना है कि मोदी ने हम को दिल्ली नहीं आने दिया, इसलिए अब हम बीजेपी वालों को गाँव में घुसने ही नहीं देंगे।#बृजभूषण_शरण_सिंह ने हमारे हरियाणा की बेटियों का… pic.twitter.com/QDDIFdAXsO
गांववासियों ने सीधे तौर पर बीजेपी को निशाना बनाते हुए कहा, "हमारे हरियाणा की बेटियों, खासकर पहलवान विनेश फोगाट, का यौन शोषण हुआ और बृजभूषण शरण सिंह जैसे लोगों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई। प्रधानमंत्री मोदी ने इस पर चुप्पी साध ली।"
इसके अलावा, गांव के लोग बेरोजगारी से भी परेशान हैं और सरकार की नीतियों को इसके लिए जिम्मेदार मानते हैं। उनका आरोप है कि बेरोजगारी और महंगाई के कारण लोग भूखे मरने की कगार पर हैं। एक ग्रामीण ने कहा, "अब अगर कोई बीजेपी नेता गांव में आता है तो लठ बजाएंगे।"
गांववासियों का समर्थन अब कांग्रेस की ओर बढ़ता नजर आ रहा है। उनका दावा है कि आने वाले चुनावों में कांग्रेस की सरकार बनेगी और हरियाणा के अगले मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा होंगे।
यह घटना हरियाणा में बीजेपी के प्रति बढ़ते असंतोष और चुनावी माहौल में राजनीतिक ध्रुवीकरण को दर्शाती है।