घोसी, उत्तर प्रदेश — 16 अक्टूबर 2024 को जिला अस्पताल में सपा सांसद राजीव राय और एक डॉक्टर के बीच हुई तकरार ने तूल पकड़ लिया है। यह विवाद तब शुरू हुआ जब सांसद राजीव राय अस्पताल के निरीक्षण के लिए पहुंचे थे। निरीक्षण के दौरान उन्होंने डॉक्टर सौरभ त्रिपाठी के देर से आने का कारण पूछा, जिस पर डॉक्टर भड़क गए और बात इतनी बढ़ गई कि डॉक्टर ने सांसद को नसीहत देते हुए कहा, "नेतागिरी बाहर जाकर करो।"
ये हैं घोसी, यूपी से सपा सांसद राजीव राय। 16 अक्टूबर को जिला अस्पताल का निरीक्षण करने पहुंचे। डॉक्टर सौरभ त्रिपाठी के लेट आने पर सांसद ने वजह पूछी। इस पर डॉक्टर भड़क गए। सांसद से बोले- नेतागिरी बाहर जाकर करो।
— Sachin Gupta (@SachinGuptaUP) October 19, 2024
अब डॉक्टर ने सांसद जी पर सरकारी काम में बाधा डालने की FIR कराई है। pic.twitter.com/pXE5uePhaP
इस घटना के बाद डॉक्टर सौरभ त्रिपाठी ने सांसद राजीव राय के खिलाफ सरकारी काम में बाधा डालने का आरोप लगाते हुए एफआईआर दर्ज कराई है। डॉक्टर का कहना है कि सांसद का अस्पताल में इस प्रकार हस्तक्षेप करना उनके कामकाज में अवरोध पैदा करता है। वहीं, दूसरी ओर सांसद राजीव राय ने इस आरोप को गलत बताया है और कहा कि उनका उद्देश्य सिर्फ अस्पताल के कामकाज की स्थिति को समझना था और उन्होंने कोई गलत काम नहीं किया।
इस घटना के बाद सपा ने इस पूरे मामले को राजनीतिक साजिश करार दिया है। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने कहा है कि सांसद के निरीक्षण से कुछ लोग असहज हो गए और इसी के चलते यह विवाद खड़ा किया गया है। सपा का आरोप है कि प्रशासन पर राजनीतिक दबाव डाला जा रहा है ताकि सांसद की छवि खराब की जा सके।
यह घटना स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति पर भी सवाल खड़े करती है। स्थानीय लोगों का कहना है कि जिला अस्पताल की स्थिति लंबे समय से चिंताजनक बनी हुई है, और सांसद के निरीक्षण का मकसद इसी स्थिति को सुधारने का था। हालाँकि, डॉक्टरों और प्रशासन के बीच इस विवाद ने अस्पताल की समस्याओं को एक बार फिर चर्चा का विषय बना दिया है।
अब यह देखना बाकी है कि इस मामले में आगे क्या कदम उठाए जाते हैं, लेकिन यह घटना निश्चित रूप से स्थानीय राजनीति और स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति पर नई बहस को जन्म दे चुकी है।