16 अक्टूबर को उत्तर प्रदेश के एक अस्पताल में सपा सांसद और एक डॉक्टर के बीच हुई बहस ने तूल पकड़ लिया था, जिसके बाद सांसद पर एफआईआर दर्ज की गई थी। सांसद अस्पताल का निरीक्षण करने पहुंचे थे, लेकिन डॉक्टर ने उन्हें बाहर नेतागिरी दिखाने की सलाह दी, जिससे दोनों के बीच तनावपूर्ण माहौल पैदा हो गया था। घटना के बाद मामला बढ़ा और पुलिस द्वारा सांसद पर एफआईआर दर्ज कर ली गई थी।
अब इस मामले में एक नया मोड़ आया है, जब डॉक्टर ने वीडियो जारी करते हुए कहा है कि वह एफआईआर वापस लेना चाहते हैं। डॉक्टर ने अपने बयान में कहा, "16 अक्टूबर की घटना ऐसी नहीं होनी चाहिए थी और मैं एफआईआर नहीं चाहता था। एफआईआर सिर्फ सीएमएस साहब को दी गई एक्सप्लेनेशन के आधार पर हो गई थी। आज एफआईआर को वापस लेने के लिए आवेदन भी दे दिया गया है।"
डॉक्टर ने यह भी स्पष्ट किया कि सांसद से उनका कोई व्यक्तिगत मतभेद नहीं था। उन्होंने बताया कि घटना के दौरान एक पत्रकार की उपस्थिति के कारण बात बिगड़ गई थी, जो सांसद के साथ आए थे। "हम दोनों के बीच ऐसा कोई विवाद नहीं था और ऐसी बातें नहीं होनी चाहिए थी," डॉक्टर ने अपने बयान में कहा।
डॉक्टर की इस प्रतिक्रिया के बाद अब देखना यह होगा कि क्या एफआईआर वापस ली जाती है या कानूनी प्रक्रिया आगे बढ़ेगी।