जयपुर: राजस्थान मेडिकल काउंसिल (आरएमसी) में फर्जी डॉक्टरों के रजिस्ट्रेशन से जुड़े एक बड़े घोटाले का खुलासा दैनिक भास्कर के स्टिंग ऑपरेशन के जरिए हुआ है। इस ऑपरेशन में आरएमसी के रजिस्ट्रार डॉ. राजेश शर्मा ने खुद इस फर्जीवाड़े को कबूला और रिपोर्टर को ₹10 लाख का ऑफर देकर खबर दबाने का प्रयास किया।
फर्जी रजिस्ट्रेशन पर रजिस्ट्रार का कबूलनामा
दैनिक भास्कर के रिपोर्टर ने डॉ. राजेश शर्मा से फर्जी रजिस्ट्रेशन से जुड़े सवाल पूछे। इस पर रजिस्ट्रार ने न केवल फर्जीवाड़े को स्वीकार किया, बल्कि कहा कि ऐसे कई लोग पहले से ही इस काम में लगे हुए हैं। उन्होंने बताया कि उन्होंने चार लोगों को हटाया है, लेकिन अभी भी कई गड़बड़ियां जारी हैं।
जब रिपोर्टर ने उनसे इस घोटाले के लिए उनका आधिकारिक पक्ष मांगा, तो रजिस्ट्रार ने स्पष्ट रूप से कहा, "खबर क्यों करते हो? किया किसी ने भी हो, सारा मेरे ऊपर आएगा। सरकार मुझे हटा देगी। आप इस मामले को निपटाओ, कैसे भी।"
₹10 लाख का ऑफर और फर्जीवाड़े में शामिल डॉक्टरों से रिश्वत
चौंकाने वाली बात यह रही कि बातचीत के दौरान रजिस्ट्रार ने रिपोर्टर को खुला ऑफर दिया कि वे ₹10 लाख का इंतजाम करवा देंगे, बशर्ते खबर को दबा दिया जाए। उन्होंने साफ कहा कि वे यह पैसा फर्जी रजिस्ट्रेशन कराने वाले डॉक्टरों से ही वसूल करेंगे और यह मामला रफा-दफा करने का प्रयास किया।
डॉ. राजेश शर्मा को तुरंत गिरफ़्तार कर इनका भी मेडिकल रजिस्ट्रेशन रद्द किया जाना चाहिए।🙏
— Dr. B L Bairwa MS, FACS (@Lap_surgeon) October 1, 2024
पता नहीं कितनों को फर्जी डॉक्टर बनाया है!🤔 https://t.co/PkiNRfbVtw pic.twitter.com/Ki0M3uY7Sy
रजिस्ट्रार ने कहा, "मैं आपको ₹10 लाख करवा दूंगा, और यह फर्जी रजिस्ट्रेशन वालों से ही लूंगा। आप इस मामले को निपटाओ।" उन्होंने आगे यह भी जोड़ा कि यदि रिपोर्टर कहे तो वे इन पर एक्शन भी ले लेंगे, लेकिन पैसे लेने का सिलसिला जारी रहेगा।
38 मिनट की बातचीत, मंत्री तक पहुंचा मामला
भास्कर के पास इस पूरे प्रकरण का 38 मिनट 16 सेकंड का वीडियो है। इसमें साफ तौर पर रजिस्ट्रार द्वारा फर्जीवाड़े को कबूलने और रिश्वत का ऑफर देने की बात रिकॉर्ड हुई है।
चिकित्सा मंत्री खींवसर का सख्त रुख
दैनिक भास्कर ने इस घोटाले के दस्तावेज जब राजस्थान के चिकित्सा मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर को दिखाए, तो वे हैरान रह गए। मंत्री ने इस मामले को बेहद गंभीर बताते हुए कहा, "यह अपराध गंभीर है। हम इसकी तह तक जाएंगे और जो लोग इसमें शामिल हैं उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे।"
मंत्री ने आश्वासन दिया कि यदि भास्कर पूरी जानकारी उपलब्ध कराता है, तो वे आज ही आरएमसी के ऑफिस को सीज करेंगे और मामले को एसीबी (एंटी करप्शन ब्यूरो) को सौंप देंगे।
फर्जीवाड़े के खिलाफ जल्द होगी कार्रवाई
मंत्री के बयान से यह साफ है कि सरकार इस मामले को गंभीरता से ले रही है और दोषियों के खिलाफ जल्द ही सख्त कार्रवाई की जाएगी।