बहराइच, उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश के बहराइच में सोमवार को हजारों युवकों की एक उग्र भीड़ हाथों में लाठी-डंडे लेकर गोपाल मिश्रा के अंतिम संस्कार में शामिल होने जा रही थी, जब हालात हिंसा में बदल गए। घटना के दौरान पुलिस बल मौके पर तैनात था, लेकिन भीड़ को रोकने के लिए कोई ठोस प्रयास नहीं किए गए, जिसके चलते स्थिति बेकाबू हो गई।
सूत्रों के मुताबिक, गोपाल मिश्रा की मौत के बाद उनके समर्थकों और अन्य स्थानीय युवाओं में गहरा आक्रोश था। यही आक्रोश सोमवार को सड़कों पर उतर आया, जब बड़ी संख्या में लोग उनके अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए इकट्ठा हुए। भीड़ ने लाठी-डंडे से लैस होकर विरोध प्रदर्शन किया, जिससे हिंसा भड़क गई।
बहराइच, यूपी में हजारों युवकों की भीड़ हाथों में लाठी-डंडे लेकर गोपाल मिश्रा के अंतिम संस्कार में शामिल होने जा रही थी। पुलिस तैनात जरूर थी, लेकिन इन्हें रोकने की कोशिश नहीं हुई। नतीजा, ये भीड़ हिंसक हो गई।
— Sachin Gupta (@SachinGuptaUP) October 14, 2024
हिंसा प्रभावित इलाकों में कथित तौर पर इंटरनेट बंद करने की सूचना है। https://t.co/jgK9d8QVH2 pic.twitter.com/2PTvDcrtye
स्थानीय लोगों का कहना है कि पुलिस की मौजूदगी के बावजूद, कोई सक्रिय प्रयास नहीं किया गया जिससे हालात और बिगड़ गए। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, पुलिस ने भीड़ को काबू करने की कोशिश तो की, लेकिन स्थिति जल्दी ही उनके नियंत्रण से बाहर हो गई।
इस घटना के बाद प्रशासन ने हिंसा प्रभावित इलाकों में इंटरनेट सेवाओं को बंद कर दिया है। यह कदम क्षेत्र में अफवाहों और उत्तेजक सामग्री के फैलाव को रोकने के लिए उठाया गया है। पुलिस का कहना है कि इलाके में शांति बहाल करने के लिए सख्त कदम उठाए जा रहे हैं, और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
फिलहाल, प्रशासन ने जनता से शांति बनाए रखने और अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की है। वहीं, पुलिस बल ने इलाके में फ्लैग मार्च शुरू कर दिया है ताकि आम नागरिकों में सुरक्षा की भावना पैदा की जा सके। मामले की जांच जारी है, और प्रशासन स्थिति पर कड़ी नजर बनाए हुए है।
इस घटना ने पुलिस और प्रशासन की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं, क्योंकि भीड़ की हिंसा को रोकने में असफलता ने कानून व्यवस्था की स्थिति पर सवाल खड़े कर दिए हैं।