चित्रकूट के राजापुर थाना कस्बे से एक दर्दनाक घटना सामने आई है, जहां एक मां अपनी 15 वर्षीय बेटी की गुमशुदगी से पूरी तरह टूट चुकी है। मामला एक माह से अधिक पुराना है, जब जीतू नाम का युवक कथित तौर पर खेत से इस नाबालिग लड़की को उठा ले गया। इस घटना के बाद से स्थानीय पुलिस की कार्यशैली पर गंभीर सवाल उठने लगे हैं, क्योंकि अब तक न तो लड़की का कोई सुराग मिला है और न ही आरोपी जीतू की गिरफ्तारी हो पाई है।
लापता लड़की की मां का दर्द दिल दहला देने वाला है। वह हर दिन अपनी बेटी के लौटने की उम्मीद में पुलिस के दरवाजे पर दस्तक देती है, लेकिन हर बार उसे सिर्फ आश्वासन ही मिलता है। इस मां का भरोसा अब पुलिस पर से उठ चुका है। वह कहती हैं, “मुझे नहीं पता कि मेरी बेटी जिंदा है या नहीं, लेकिन पुलिस को तो उसकी खोज करनी चाहिए।"
#चित्रकूट --इस मां की 15 साल कि बेटी को जीतू नाम का युवक उठा ले खेत से , राजापुर थाना पुलिस की लापवाही के चलते एक माह से बेटी को खोजने में फेल हो चुकी है, FIR लिखकर पुलिस पूरे मामले में लीपापोती करने में जुटी है, मां का कहना मेरी बेटी को जिंदा यह मुर्दा पुलिस दिखा दे.@Uppolice pic.twitter.com/sfxGu3gZPa
— DHIRENDRA SHUKLA 🇮🇳 (@Dhirendra____) October 22, 2024
परिवार वालों का कहना है कि पुलिस इस मामले में जानबूझकर लापरवाही बरत रही है और आरोपी से मिली हुई है, जिस कारण कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो रही है। FIR दर्ज होने के बावजूद पुलिस की सुस्ती पर सवाल खड़े हो रहे हैं, क्योंकि एक माह बाद भी कोई प्रगति नहीं दिखाई दे रही है।
मां का दर्द अब सिर्फ बेटी की गुमशुदगी तक सीमित नहीं है, बल्कि इस व्यवस्था से भी है जिसने उसकी उम्मीदें तोड़ दी हैं। वह अपनी बेटी को देखने के लिए व्याकुल है, परंतु पुलिस की तरफ से सिर्फ वादे किए जा रहे हैं।
स्थानीय लोग भी पुलिस की इस निष्क्रियता से नाराज हैं। उनका मानना है कि अगर पुलिस अपने कर्तव्यों का निर्वाहन सही तरीके से करती, तो शायद यह मां आज अपनी बेटी के साथ होती।
इस घटना ने पुलिस प्रशासन की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। अब देखना यह है कि क्या पुलिस जल्द ही कार्रवाई कर पाती है या यह मां अपनी बेटी की आस में यूं ही टूटती रहेगी।
राजापुर थाने का यह मामला न केवल एक मां के दर्द की गाथा है, बल्कि हमारे तंत्र की निष्क्रियता की भी एक दुखद कहानी है।